एबीवीपी से राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले बिधूड़ी बने दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष
नई दिल्ली । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से राजनीति में कदम रखने वाले बदरपुर विधानसभा के भाजपा से विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी को विधानसभा नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। बिधूड़ी के नाम का प्रस्ताव पूर्व विधानसभा नेता प्रतिपक्ष एवं रोहिणी से विधायक विजेंद्र गुप्ता ने खुद ही किया था। सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और राष्ट्रीय महासचिव एवं नेता प्रतिपक्ष चुनने के लिए बनाएगी केंद्रीय पर्यवेक्षक सरोज पांडे की मौजूगी में सर्वसम्मति बिधूड़ी के नाम मुहर लगाई गई। इस अवसर पर सरोज पांडे ने कहा कि दिल्ली विधानसभा के लिए आज (सोमवार) नेता प्रतिपक्ष के चयन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। रामवीर सिंह बिधूड़ी को इसके लिए चुना गया है। बिधूड़ी के नेता प्रतिपक्ष का प्रस्ताव विजेंद्र गुप्ता ने किया और ओपी शर्मा सहित सभी विधायकों ने उनका समर्थन किया। विधानसभा से नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के बाद बिधू़ड़ी ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, प्रदेश नेतृत्व और सभी विधायकों का बहुत आभार प्रकट करता हूं। विधानसभा में भाजपा का रचनात्मक विरोध रहेगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को विश्व का सबसे सुंदर राजधानी बनाने का वादा किया है और इसमें हमारी पार्टी उनका पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जिन योजनाओं को मुफ्त में देने की घोषणा की थी, अगर उनमें कटौती की गई तो भाजपा इसका विरोध करेगी।
एबीवीपी से विधानसभा नेता प्रतिपक्ष बनाने का बिधूड़ी का सफर
इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की ऐसी आंधी चली कि कई विरोधी दलों के नेताओं की जब्त हो गई। इस आंधी में भाजपा नेताओं ने ड़टकर सामना किया और आठ विधायक जीते। उन्हीं आठ विधायकों में बदरपुर से नवनिर्वाचित विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी हैं। बिधूड़ी दिल्ली के अंदर गुर्जर समुदाय का एक बड़ा चेहरा माने जाते हैं और वे इस समुदाय में काफी मजूबत पकड़ रखते हैं। साल 1970 में बिधूड़ी ने एबीवीपी छात्र संगठन से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। साल 1981 वे हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष पद बने और पांच साल तक वर्ष 1985 तक इस पद पर रहे। यह पद कैबिनेट मंत्री के दर्ज के बराबर होता है। वे पहली बार 1993 में दिल्ली के बदरपुर विधानसभा से जनता दल के टिकट पर विधायक चुने गए। 1993 से 1998 तक वह जनता दल में ही रहे। उसके बाद उन्होंने वर्ष 2003 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का दामन थाम लिया था। वे 2003 से लेकर 2008 तक एनसीपी से विधायक रहे। साल 2008 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ विधायक का भी पुरस्कार मिला था। वर्ष 2012 में भाजपा में शामिल हुए। 2013 में वह भाजपा के टिकट पर ही विधानसभा पहुंचे। 2015 में चुनाव हारने के बाद वह 2020 में बदरपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक चुने गए हैं। बिधू़ड़ी के दिल्ली विधानसभा नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के बाद प्रदेश के कई नेताओं ने उन्होंने बधाई दी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ट्वीट कर लिखा कि बिधूड़ी को दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने पर हार्दिक बधाई। विश्वास है कि आपके नेतृत्व में सदन में भाजपा मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाते हुए दिल्लीवासियों के हक के लिए आवाज़ को बुलंद करने का काम करेगी। अन्य नेताओं ने भी बिधूड़ी को बधाई दी।