जब साधन ही नहीं तो कैसे हो अन्तयोदय सरल केंद्र की राह आसान
जींद । आमजन को अपने कार्यों के लिए सरकारी विभागों के चक्कर न काटने पड़ें, इसके लिए जिला मुख्यालय पर अन्तयोदय सरल केंद्र को खुलवाया गया ताकि आमजन यहां आकर अपने आवेदन ऑनलाइन जमा करवा सकें लेकिन जिस अन्तयोदय केंद्र को आमजन की सुविधा के लिए बनाया गया उसे ही पर्याप्त साधन उपलब्ध नहीं हुए हैं। जिसके चलते यहां आने वाले आमजन को प्रतिदिन मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कभी सर्वर ठप तो कभी लाइट कट की समस्या से यहां आने वाले लोगों को लम्बा इंतजार करना पड़ता है। नियमित आप्रेटरों की कमी से जूझ रहा अन्तयोदय सरल केंद्र अन्तयोदय केंद्र में आने वाले लोगों के लिए कार्य जल्दी से हों इसके लिए चार डेस्क बनाए गए हैं। इसके साथ ही एक हेल्प डेस्क भी बनाया गया है। हेल्प डेस्क से कूपन मिलने के बाद लोगों को अपनी बारी का इंतजार करना होता है। बिना कूपन के कोई भी कार्य अन्तयोदय केंद्र में नहीं हो पाता है। बावजूद इसके अन्तयोदय सरल केंद्र इस समय नियमित आप्रेटरों की कमी से जूझ रहा है। कर्मियों की बात पर यकीन किया जाए तो यहां एक भी आप्रेटर नियमित नहीं है। जिसके चलते लोगों के काम देरी से हो पाते हैं। बुधवार को भी अंत्योदय केंद्र में एक आप्रेटर की सीट खाली रही। जिसके चलते यहां होने वाला काम रफ्तार नहीं पड़ सका। सुबह होते ही लोगों के कूपन काटने शुरू हो जाते हैं। एक-एक कूपन पर ऑनलाइन कार्य को निपटाने के लिए आप्रेटरों द्वारा 20 से आधा घंटे तक समय लिया जाता है।