जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने जेल, बाल सेवा आश्रम व वनवासी कल्याण आश्रम का किया औचक निरीक्षण
भिवानी। जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के चेयरमैन व जिला एवं सत्र न्यायाधीश दीपक अग्रवाल, प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम कपिल राठी और सीजेएम रितु ने देर सायं को स्थानीय जिला कारागार, बाल सेवा आश्रम व वनवासी कल्याण आश्रम का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश दीपक अग्रवाल ने जिला कारागार में जेल बंदियों की समस्याएं सुनी और उनका समाधान भी किया। उन्होंने कारागार में साफ-सफाई, रहन-सहन, पीने के पानी की व्यवस्था, पुस्तकालय व भोजनालय का निरीक्षण किया। उन्होंने महिला जेल बंदियों को समय-समय पर स्वास्थ्य जांच करवाने की सलाह दी। उन्होंने महिला कैदियों के छोटे बच्चों से बातचीत की और उनके बच्चों को खाद्य सामग्री का वितरण भी किया। उनके रहन-सहन, शिक्षा के विषय में संबंधित अधिकारी को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
इसके बाद श्री अग्रवाल ने स्थानीय बाल सेवा आश्रम व वनवासी कल्याण आश्रम का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बच्चों को हमारे संविधान में उचित पालन पोषण उनके सर्वागीण विकास के लिए पर्याप्त अधिकार दिए हैं। उन्होंने आश्रम की प्रबंध समिति को बच्चों की पढ़ाई, भोजन, वस्त्र अन्य आवश्यक सुविधाओं पर पूरा ध्यान देने को कहा। इस दौरान उन्होंने आश्रम प्रबंधक समिति से आश्रम के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कोरोना महामारी से संबंधित बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जायजा लिया। उन्होंने बच्चों से उनको दी जा रही सुविधाओं के बारे में भी विस्तार से पूछा। उन्होंने आश्रम समिति सदस्यों को शिक्षा के सुधार संबंधी जरूर निर्देश दिए। आश्रम में रह रहे बच्चों को प्रत्येक दिन अलग-अलग डाइट चार्ट बनाकर प्रोटीन युक्त भोजन दिया जाए व बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच के भी निर्देश दिए। उन्होंने भोजनालय व शयन कक्ष की सफाई व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। उन्होंने आश्रम में खाली जगह पर अधिक से अधिक पौधे लगाने को कहा। इस अवसर पर जेल अधीक्षक सत्यपाल, उप अधीक्षक राय साहब, बाल सेवा आश्रम व वनवासी कल्याण आश्रम का स्टाफ सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।