दुर्गा पूजाः अमृतसर हादसे से प्रशासन ने लिया सबक, तय शर्तों के बाद ही हो सकेगा आयोजन
हरिद्वार । नगर में रेलवे लाइन के समीप दुर्गा पूजा महोत्सव के आयोजन को लेकर उप जिलाधिकारी पूरन सिंह राणा की मौजूदगी में रेलवे अधिकारियों और आयोजन समिति के पदाधिकारियों के बीच शनिवार को वार्ता हुई। जिसमें उप जिलाधिकारी ने आयोजकों को सुरक्षा के इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की जाएगी और आयोजकों को आयोजन की अनुमति दी जाएगी।
लक्सर के पुराने रेलवे क्रॉसिंग के समीप रेलवे की भूमि पर पिछले कई वर्षों से दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन पिछले साल अमृतसर में हुए रेल हादसे को देखते हुए रेलवे पुलिस की ओर से इस बार आयोजकों को रेलवे लाइन के समीप पंडाल लगाने की अनुमति नहीं देने को लेकर प्रशासन को रिपोर्ट भेजी गई थी। जिसे लेकर एसडीएम कार्यालय पर रेलवे पुलिस के अधिकारियों और आयोजकों के बीच वार्ता हुई। हादसे की आशंका को देखते हुए रेलवे पुलिस के अधिकारी आयोजन की अनुमति देने के पक्ष में नहीं थे।
इसके बाद एसडीएम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने रेलवे लाइन के समीप पंडाल लगाने से खतरे को देखते हुए आयोजकों को पंडाल के आसपास रेलवे लाइन के किनारे दस मीटर चौड़ी लोहे की चादर लगाने तथा कार्यक्रम के दौरान आयोजन से जुड़े 10 लोगों को रेलवे लाइन की ओर तैनात रखने के लिए निर्देश दिए हैं। साथ ही सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम होने पर समीक्षा करने के बाद उन्होंने आयोजकों को अनुमति देने की बात कही है। जीआरपी थानाध्यक्ष सुभाष चंद ने बताया कि मामले में किसी हादसे की आशंका को देखते हुए उप जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपी गई है। अनुमति को लेकर अंतिम निर्णय उनके स्तर से ही लिया जाएगा। उप जिलाधिकारी पूरन सिंह राणा ने बताया कि आयोजकों को सुरक्षा के इंतजाम करने को कहा गया है। सुरक्षा इंतजाम की समीक्षा करने के बाद ही आयोजन की अनुमति दी जाएगी।