देशभक्ति का अटल नारा जय हिंद नेताजी सुभाषचंद्र बोस की देन : राजीव जैन

भाजपा ने प्रदेशभर में गांवों-शहरों-वार्डों में पराक्रम दिवस के रूप में मनाई सुभाषचंद्र बोस की जयंती: कविता जैन

  • वार्ड नंबर-1, 4 तथा 5 और 12 में आयोजित 125वीं सुभाष जयंती कार्यक्रमों में लिया हिस्सा
  • चंडीगढ़देश की आजादी के महानायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती कविता जैन-राजीव जैन ने कहा कि नेताजी का जीवन बताता है कि किसी भी राष्ट्र के लिए स्वाधीनता ही सर्वोपरि है। स्वाधीनता के लिए उन्होंने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। ऐसे महान सेनानी इतिहास में सदैव अमर रहेंगे और हम उनके ऋणी। भाजपा के तत्वावधान में पराक्रम दिवस के रूप में सुभाषचंद्र बोस की जयंती उत्साहपूर्वक मनाई गई। गांवों-शहरों-वार्डों आदि प्रत्येक स्तर पर यह आयोजन किया गया। इस दौरान हरियाणा की पूर्व केबिनेट मंत्री एवं भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष कविता जैन ने सेक्टर-15 में आयोजित सुभाष जयंती महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया। वहीं, पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन शिव मंदिर तारा नगर में मनाये गये पराक्रम दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। पूर्व मंत्री कविता जैन ने कहा कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा नारा देने वाले सुभाष बोस की जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाई गई है। विदेश हुकूमत को धराशाई करने के लिए जापान के सहयोग से द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान उन्होंने आजाद हिंद फौज का गठन करते हुए यह नारा गुंजायमान किया। यह वाक्य लाखों युवाओं के अंदर रच-बस गया और जनहुंकार के रूप में सैलाब बनकर विदेशी आक्रांताओं के दांत खट्टे करने लगा। नेजाजी ने 5 जुलाई 1943 को सिंगापुर से आजाद भारत का, एक नए युग का सूत्रपात करने के लिए आजाद हिंद फौज को दिल्ली चलो का नारा दिया। हम आजादी की लड़ाई में उनके साहस, समर्पण, बलिदान और योगदान को कभी भुला नहीं सकते। उन्होंने बताया कि शहर के 18 वार्डों में पराक्रम दिवस मनाया गया। राजीव जैन ने कहा कि आज हम गर्व से जय हिंद से अभिवादन करते हैं, यह देशभक्ति का अटल नारा नेताजी की ही देन है। उन्होंने कहा कि नेताजी का जीवन हमें बताता है कि किसी भी राष्ट्र के लिए स्वाधीनता सर्वोपरि है। आज आत्मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं से जन-जन को लाभान्वित करते हुए हम नेताजी के आदर्शों का अनुसरण कर रहे हैं। युवाओं को अपने आदर्श के रूप में नेताजी को अपनाना चाहिए। जैन ने कहा कि नेताजी का संपूर्ण जीवन साहसपूर्ण रहा है। वे पराक्रम की मिसाल के रूप में सामने आये, जिन्होंने आजाद हिंद फौज का गठन कर दुश्मन के छक्के छुड़ा दिए। उनके महान पराक्रम को आज की युवा पीढ़ी के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए बोस जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाई गई। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का जितना आभार किया जाए उतना ही कम है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.