मिठाई-लड्डूओं से जुड़ी है लोगों की भावनाओं बरकरार रखना जरुरी: मिठाई निर्माता व विक्रेता
चंडीगढ़ में 19 दिसंबर से आयोजित होगा तीन दिवसीय वर्ल्ड मिठाई नमकीन कनवेंशन एंड एक्सपो
चंडीगढ़। युगों से शुभ काम की शुरुआत मीठे मुंह से होती रही है। खुशी, पर्व, जीत आदि मौके मिठाईयों और लड्डूओं के बिना अधूरे रहे हैं जो कि इस बात का सूचक है कि मिठाई और लड्डूओं से लोगों के की भावनायें जुड़ी हैं । भारतीय परम्परा के अनुकूल इसे कायम रखना जरुरी है। यह भाव मिठाई निर्माताओं और विक्रेताओं ने शुक्रवार को चंडीगढ़ प्रैस कल्ब में आयोजित तीन दिवसीय वर्ल्ड मिठाई नमकीन कनवेंशन एंड एक्सपों की घोषणा करते हुये कहे। सेक्टर 17 स्थित परेड ग्राउंड में 19 से 21 दिसंबर तक आयोजित किये जो रहे इस आयोजन में देश और विदेश के मिठाई और नमकीन के व्यापारी जुट रहे हैं।
प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुये फेडरेशन ऑफ स्वीट्स एंड नमकीन मैन्युफैक्चर्स (एफएसएनएम) के डायरेक्टर जनरल फिरोज हैदर नकवी और अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार जैन, मिठाई ऐसोसियेशन चंडीगढ़ के अध्यक्ष नीरज बजाज और हलवाई ऐसोसियेशन पंजाब के अध्यक्ष नरेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि यह उद्योग समूचे देश में फैला हुआ है जिसमें करोड़ों लोग प्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष रुप से जुड़े हुये हैं। अधिकांश मिठाईवाले अपने पारंपरिक व्यावसाय के तरीके को समकालीन व्यवसायों में बदल रहे हैं और आधुनिक उद्यम डोमेस्टिक और इंटरनैश्नल मार्केट में व्यापार के नये अवसर खोज रहे हैं। इस दृष्टि से यह आयोजन अत्यंत कारगर सिद्ध होगा।
नीरज बजाज ने बताया कि निसंदेह, चंडीगढ़ सदैव मिठाई निर्माताओं के लिये उत्तरी राज्यों को जोड़ने वाला केन्द्र रहा है। इसलिये वे पहली बार चंडीगढ़ में इस भव्य आयोजन को आयोजित करने के लिये उत्साहित हैं।
वीरेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि भारतीय मिठाई लगभग सवा लाख करोड़ रुपये से अधिक का मार्केट है और एक करोड़ से भी अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करवाता है। यह मार्केट 15 से 18 फीसदी की दर के साल दर साल बढ़ रहा है। कोविड महामारी के बावजूद भी इस संगठित कारोबार ने एक लाख करोड़ रुपये की सीमा को पार किया है जबकि देश के चुनिंदा मिठाई ब्रांड्स 25 फीसदी की औसत से विस्तार कर रहे हैं।
फिरोज हैदर नकवी ने बताया कि इस आयोजन में 250 से भी अधिक स्टाल्स के साथ भारत के अलावा बीस देशों के लगभग 25 हजार प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं जो कि इस उद्योग की नवीनतम तकनीकों से अवगत होंगें। उन्होंने नमकीन, स्नैक्स और मिठाई निर्माताओं के साथ साथ संबंधित उद्योग के व्यवासियों को इस भव्य आयोजन का हिस्सा बनने के लिये आमंत्रित किया।
एफएसएनएम के सचिव विक्रम अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा कि यह सेक्टर सरकारी विभागों के अत्याधिक विनियम के कारण चुनौतियों का सामना कर रहा है। बावजूद इसके यह इस सेक्टर का उत्कृष्ट विकास हो रहा है। उन्होंनें उम्मीद जताई कि यदि राज्य और केन्द्र सरकार से उन्हें आवश्यक समर्थन प्राप्त होता तो भारतीय मिठाई बाजार, इंटरनैश्नल मार्केट में भी अमिट छाप छोड़ पाता ।