आईएसआई व सिख्स फॉर जस्टिस के लिए जासूसी करने वाला चंडीगढ़ में गिरफ्तार

चंडीगढ़। लंबे समय से सिख फॉर जस्टिस और पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई के लिए काम कर रहे एक जासूस को पुलिस ने चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया। सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) गुरचरण सिंह और इंस्पेक्टर मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में ऑपरेशन सेल की एक टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया। उसकी पहचान 40 वर्षीय त्रिपेंदर सिंह के रूप में हुई, जो लंबे समय से चंडीगढ़ के सेक्टर 40 में रह रहा था। आरोपी कई सालों से इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) और सिख फॉर जस्टिस को सूचनाएं भेज रहा था। उसने पंजाब और भारत के अन्य भागों के महत्वपूर्ण स्थानों के बारे में जानकारी भेजी। उसने सरकारी भवनों समेत महत्वपूर्ण जगहों के फोटो और नक्शे भी भेजे। एक सूत्र ने कहा, उसने पंजाब पुलिस की बिल्डिंग और वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालयों के वीडियो भी आईएसआई संचालकों को भेजे। आईएसआई इसके बदले उसे अच्छी कीमत देती थी। आरोपी अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उसे चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। उसके पास से दो मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. मोबाइल फोन में पाकिस्तानी फोन नंबर हैं। सूत्र ने कहा, वह आईएसआई के एक मेजर और सिख फॉर जस्टिस के सदस्य परमजीत पम्मा के संपर्क में था। अदालत में सुनवाई के दौरान एसएसओसी ने कहा कि इसके तार पाकिस्तान से संचालित कई आतंकी संगठनों से जुड़े हैं। वह भारत और पंजाब के प्रमुख प्रतिष्ठानों, ठिकानों, संवेदनशील सरकारी इमारतों के नक्शे और तस्वीरें आईएसआई को भेजा करता था। उससे पूछताछ में कई अहम खुलासे होने की संभावना है। एसएसओसी ने अदालत से सात दिन का रिमांड मांगा। जज ने दलीलें सुनने के बाद चार दिन का रिमांड दे दिया।

एसएसओसी की इमारत का भेजा वीडियो फोन से हुआ रिकवर

आरोप है कि तपिंदर सिंह ने पंजाब पुलिस की इमारतों, दफ्तरों, पुलिस स्टेशनों के फोटो और वीडियो बनाकर भी आईएसआई को भेजे थे। इतना ही नहीं, वह इनकी लोकेशन भी उन्हें भेजता था। उसने एसएसओसी की इमारत का वीडियो बनाकर भी भेजा था जो इसके फोन से रिकवर कर लिया गया है। इसके बदले में तपिंदर को मोटी रकम मिलती थी। इसके पास से दो मोबाइल बरामद हुए हैं, जिसमें पाकिस्तान के दर्जनों नंबर्स मिले हैं। वे फोरेंसिक जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। आरोपी लंबे समय से आईएसआई के एक एजेंट से सोशल मीडिया एप के जरिए बात कर रहा था। उसके फोन से पाकिस्तान में बैठे एजेंटों से हुई चैट भी रिकवर हुई है। पुलिस को शक है कि इसके द्वारा भेजी सूचनाओं के आधार पर ही मोहाली स्थित पुलिस खुफिया मुख्यालय और हाल में तरनतारन के पुलिस स्टेशन पर हमले हुए हैं।

डबल एमए है तपिंदर

तपिंदर सिंह डबल एमए है। उसने चंडीगढ़ के एक निजी कॉलेज से पंजाबी एमए और पंजाब विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में एमए की है। वह 2018 में सोशल मीडिया के जरिए आईएसआई के संपर्क में आया और उसके बाद वह उनके लिए काम करने लगा। वह पिछले करीब चार साल से उन्हें सूचनाएं भेज रहा था। उसने पूछताछ में यह भी बताया कि इससे पहले फौज और अन्य स्थानों की जानकारी भी उसने भेजी थी जो उसने डिलीट कर दी है।

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