श्रीमद्भागवत से मिलता है सही जीवन जीने का संदेश : अनीता ममगाई
ऋषिकेश । नगर महापौर अनीता मंमगाई ने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता हम सबको जीवन जीने का सही मार्ग दिखाती है। संस्कारित शिक्षा के साथ साथ स्कूलों में भारतीय धर्म ग्रंथों की भी जानकारी दी जानी चाहिए। महापौर ममगाई शनिवार को आवास विकास स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कालेज में आयोजित श्रीमद्भागवत गीता जयंती महोत्सव मेें बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थीं। महापौर ने कहा कि गीता का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। भागवत गीता से ही हमे अच्छे बुरे की पहचान होती है। उन्होंने कहा कि पांच हज़ार वर्ष पूर्व गीता के द्वारा ही भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र में पांडव व कौरवों के बीच हो रहे युद्ध मे अर्जुन को उपदेश देकर समझाते हुए कहा था कि तुम ये मत देखो कौन अपना है, कौन पराया। तुम सिर्फ धर्म के रास्ते पर चलो यानी कर्म करते हुए आगे बढ़ो फल की चिंता मत करो। उन्होंने कहा कि जिस तरह अर्जुन ने गीता से मार्गदर्शन प्राप्त किया था उसी प्रकार हमें भी अपनी जीवन शैली में उसी ज्ञान को अपनाकर आगे बढऩा चाहिए। इसके पूर्व उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद पाण्डेय व अन्य अतिथियों संस्कृत भारती के अध्यक्ष योगेश्वर प्रसाद ध्यानी व महाविद्यालय के प्राचार्य डा. एनपी माहेश्वरी के साथ मां सरस्वती के चित्र पर संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मधुसूदन रयाल के संचालन में चले कार्यकम मे विद्यालय के शिक्षक मीडिया प्रभारी नरेन्द्र खुराना ,डॉ शिशुपाल सिंह रावत,कान्ता प्रसाद देवरानी, रामगोपाल रतूड़ी, सविता, ज्योति शर्मा, नागेंद्र पोखरियाल ,राजकुमारी जुगरान, अन्नपूर्णा गौड़ ,गीता पाण्डेय, डा. देवेंद्र मिश्रा, राहुल द्विवेदी, विजेंद्र सिंह, कुलानन्द भट्ट, संजू शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।