सुखना लेक को वैटलेंड घोषित किया, आसपास निर्माण कार्य पर प्रतिबंध

चंडीगढ़। चंडीगढ़ वैटलेंड अथॉरटी की बैठक पंजाब के रा’यपाल और यूटी के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर की अध्यक्षता में राजभवन में  हुई । जिसमें सुखना लेक को वैटलेंड कंजर्वेशन एंड मैनेजमेंट रूल 2017 के तहत वैटलेंड घोषित किया गया। सुखना के कैचमेंट एरिया को    कानून के मुताबिक जोन आफ इन लुएंस माना गया है। बदनौर ने सुखना की वैटलेंड के तौर पर महत्ता और इकोलॉजीकिल बैलेंस मेंटेन करने पर जोर दिया। उन्होंने पंजाब व हरियाणा को यूटी के साथ इस मसले पर हाथ से हाथ मिलाकर चलने की सलाह दी ताकि सुखना लेक के अस्तित्व को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि पंजाब व हरियाणा को भी सुखना लेककी वजह से कई फायदे मिल रहे हैं। मीटिंग में बताया गया कि सुखना कैचमेंट का एरिया 10,395 एकड़ में फैला हुआ है जिसमें 2525 एकड़ का एरिया हरियाणा और 684 एकड़ का एरिया पंजाब का पड़ता है। सुखना वैटलेंड की बनी टैक्नीकल कमेटी की संस्तुति पर वैटलेंड और कैचमेंट एरिया में उन   एक्टीविटीज का ब्यौरा भी पेश किया गया जो सुखना वैटलेंड और इसके कैचमेंट में नहीं की जा सकती। पंजाब एवं हरियाणा को इसमें संपूर्ण सहयोग करने को कहा गया ताकि सुखना के अस्तित्व पर कोई खतरा न पैदा हो।

चीफ कंजर्वेटर फॉरेस्ट देबेंद्र दलाई ने इस दौरान सुखना के वैटलेंड और इसके इकोलॉजिकल महत्व को लेकर डिटेल प्रेजेंटेशन दी। उन्होंने बताया कि सर्वे आफ इंडिया के अनुसार सुखना वैटलेंड 565 एकड़ में फैला है और सुखना कैचमेंट का एरिया 10,395 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें 2525 एकड़ का एरिया हरियाणा और 684 एकड़ का एरिया पंजाब का पड़ता है। उन्होंने टैक्नीकल कमेटी की संस्तुति पर वैटलेंड और कैचमेंट  एरिया में उन एक्टीविटीज का ब्यौरा भी पेश किया जो यहां नहीं की जा सकती। सभी मेंबरों ने इसको लेकर सहमति जताई। मीटिंग में फैसला किया गया कि कैचमेंट एरिया का बड़ा हिस्सा हरियाणा व पंजाब में पड़ता है लिहाजा दोनों राज्यों की सरकारें भी अपने कैचमेंट एरिया में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों पर लगाम लगाएं क्योंकि सुखना की सेहत बरकरार रखने के लिए यह बहुत जरूरी है।  इस मीटिंग में यूटी प्रशासन के अलावा केंद्रीय पर्यावरण, फोरेस्ट एंड क्लाइमेट चेंज, वाइल्ड लाइफ इंस्टी’यूट आफ इंडिया, देहरादून, हरियाणा व पंजाब के अधिकारी शामिल हुए। मीटिंग में एडवाइजर मनोज परिदा, प्रिंसिपल होम सेक्रेट्री अरुण कुमार गुप्ता,फाइनेंस सेक्रेट्री अजोय कुमार सिन्हा, एडीशनल चीफ सेक्रेट्री फोरेस्ट, पंजाब संजय कुमार, एडीशनल चीफ सेक्रेट्री, फोरेस्ट, हरियाणा आलोक निगम, चीफ कंजर्वेटर आफ फोरेस्ट हरियाणा वीएस तंवर,  मिनिस्ट्री आफ एनवायरमेंट, फोरेस्ट एंड क्लाइमेंट चेंज के एडीशनल डायरेक्टर जनरल सीडी सिंह समेत अन्य अफसर मौजूद रहे।

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