हिमाचल में भारी बारिश, मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित
शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश आफत बनने लगी है। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार को रातभर बारिश का दौर जारी रहा। मंडी जिले के सुंदरनगर में सबसे ज्यादा 84.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा मंडी शहर में 82, धर्मशाला में 63, नाहन में 62, बिलासपुर में 52, शिमला में 39, कांगड़ा में 36, जुब्बड़हट्टी एवं उना में 24 मिलीमीटर बारिश रिकाॅर्ड की गई। भारी बारिश के चलते मंडी जिला और इससे सटे क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। मंडी जिले में जगह-जगह भूस्खलन से अनेक छोटी-बड़ी सड़कें अवरुद्ध हैं। मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग मंडी में कई स्थानों पर मलबा गिरने से यातायात प्रभावित हुआ है। इस राजमार्ग पर यातायात जाम लगने से लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। लोकनिर्माण विभाग के मुताबिक भूस्खलन से प्रदेश की 184 सड़कें अवरुद्ध हैं, जिनमें अकेले मंडी जोन की 133 सड़कें शामिल हैं। जिले में राज्य पथ परिवहन निगम की बसों के 200 के करीब रूट फेल हो गए हैं। बुधवार की सुबह भी मंडी जिले में अधिकांश स्थानों पर बारिश हो रही है। खराब मौसम के चलते सड़कों को बहाल करने में समय लग सकता है। बारिश से मंडी जिले में सड़कों को 18 करोड़ की क्षति पहुंची है। मंडी, कुल्लू, शिमला और सिरमौर जिलों में सड़कों के अवरुद्ध होने से किसानों एवं बागवानों को अपनी फसलें मंडियों तक पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि दक्षिणी-पश्चिमी मानसून की सक्रियता से आगामी चार अगस्त तक राज्य भर में गरज के साथ बारिश का दौर जारी रहेगा। उन्होंने आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य के मैदानी एवं मध्यवर्ती इलाकों मे कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी भी दी।