अंतर्राष्ट्रीय मंच पर जगह बनाएंगे पंचकूला के उद्योग

विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने अधिकारियों और उद्योगपतियों को साथ बैठाकर बनाई योजना

एचएसआईआईडीसी अपनी वेबसाइट से प्रमोट करेगा औद्योगिक इकाइयों को

हरियाणा को नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम का हिस्सा बनाने की मांग

पंचकूला। पंचकूला के उद्योगों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर लाने के लिए हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम विशेष प्रयास करने जा रहा है। निगम अपनी वेबसाइट पर इन उद्योगों का पूरा प्रोफाइल डालकर इन्हें विश्व मंच पर पॉपुलर करने की योजना बना रहा है। इतना ही नहीं पंचकूला के आईटी पार्क को विशिष्ट पहचान दिलाने के लिए भी खास योजना बनाई जा रही है। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता की अध्यक्षता में वीरवार को विधान सभा सचिवालय में आयोजित उद्योगपतियों की बैठक में निगम और उद्योग विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बाबत आश्वासन दिया है। बैठक में बड़ी संख्या में मौजूद उद्योग संगठनों के प्रतिनिधियों में पंचकूला और बरवाला में स्थित औद्योगिक क्षेत्रों की समस्याओं पर बिंदुवार चर्चा की। संबंधित विभागों के अधिकारियों ने इनके शीघ्र निराकरण का आश्वासन दिया। पंचकूला की औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत कर्मचारियों को उपचार की सुविधा भी जल्द मिलने वाली है। बैठक में मौजूद इंपलाइज स्टेट इंश्योरेंस हैल्थकेयर के निदेशक डॉ. अनिल मलिक ने आश्वासन दिया कि पंचकूला इंडस्ट्रीयल एरिया में कार्यरत कर्मचारियों के लिए जल्द ईएसआई भवन का निर्माण किया जाएगा। यहां उपचार संबंधी सभी सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। इससे कर्मचारियों की वर्षों पुरानी मांग पूरी होगी। हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि बेरोजगारी दूर करने के लिए उद्योगों का विकास जहां जरूरी है, वहीं ये इलाके के विकास इंजन के तौर पर भी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गत कुछ वर्षों में पंचकूला में औद्योगिक विकास ने रफ्तार पकड़ी है। ऐसे में प्रशासन और संबंधित विभाग का सहयोग अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों के तालमेल बनाकर सरकारी विभागों के अधिकारी इस दिशा में बेहतर योगदान दे सकते हैं। गुप्ता ने आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार पंचकूला के विकास में विशेष रुचि ले रही है, ऐसे में उद्योगपतियों को इसका भरपूर लाभ लेना चाहिए।
बैठक में उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने हरियाणा को नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम का हिस्सा बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस सिस्टम के तहत प्रधानमंत्री कार्यालय की देखरेख में उद्योगों से जुड़े सभी प्रकार के विभागों की सेवाएं एक ही पोर्टल पर उपलब्ध पर रहती हैं। इसके साथ ही यह व्यवस्था काफी पारदर्शी है। उद्योगपतियों को कहना था कि देश के 16 राज्य इस प्रणाली से जुड़ चुके हैं और अब हरियाणा को भी इसका लाभ मिलना चाहिए। उनका तर्क था कि इससे प्रदेश के औद्योगिक विकास की रफ्तार तेज होगी और बड़ी संख्या में निवेश के अवसर बनेंगे। इस दौरान औद्योगिक इकाइयों के लिए बिजली आपूर्ति, सीवरेज व्यवस्था, कर्मचारियों के लिए आवास और चिकित्सा सेवा के मुद्दों पर गहन विचार विमर्श हुआ। अलिपुर में बस क्यू शेल्टर और आईटी पार्क के लिए बसों का रूट दुरुस्त करने का मसला भी बैठक में उठा। बैठक में एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक विकास गुप्ता, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के महानिदेशक मंदीप बराड़, नगर एवं योजना विभाग के निदेशक एम.के. पांडुरंग, पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल, पंचकूला नगर निगम के आयुक्त धर्मवीर सिंह, हरियाणा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (एचसीसीआई) के प्रदेश अध्यक्ष रजनीश गर्ग, एचसीसीआई के वित्त सचिव लोकेश मित्तल, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमाकांत भारद्वाज, एचसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सी.बी. गोयल, कार्यकारी सदस्य अनुज अग्रवाल, पीसीसीआई के अध्यक्ष अमर नाथ गोयल, पीसीसीआई के चेयरमैन अरुण ग्रोवर, पीसीसीआई के महासचिव राजन नंदा, पीसीसीआई के संगठन सचिव डी.पी. सिंघल आदि उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.