इटावा:लायन सफारी में शावक की मौत

इटावा, पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ड्रीम प्रेजेक्ट लायन सफारी से ग्रहण हटने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक हो रही शेर और शावकों की मौत से सफारी में सन्नाटा है। बीती रात फिर से एक एक शावक ने दम तोड़ दिया है। शावक की मौत डिहाइड्रेशन के कारण बताई जा रही है। सफारी में अब तक दस शेर और शावकों की मौत हो चुकी है। शावकों की मौत के कारण सफारी में शेरो की संख्या पूरी नहीं हो पा रही है।

सफारी में 30 अक्टूबर, 2018 को शेरनी लक्ष्मी और 16 नवम्बर, 2018 को शेर विष्णु, 08 जनवरी, 2016 को शेरनी तपस्या, 02 जून, 2016 को शेर कुबेर, 08 नवम्बर, 2016 को शेरनी ग्रीष्मा और 18 तथा 21 जुलाई, 2015 को शेर हीर के दो शावक और 14 अगस्त, 2015 में ग्रीष्मा के एक शावक ने दम तोड़ दिया था। सफारी में इन सभी की मौत कैनाइन्ड डिस्टेम्पर बीमारी के कारण हुई थी। सफारी प्रशासन जैसे तैसे शेरों की इस खतरनाक बीमारी का इलाज कर पाया और सफारी जेसिका ने सफारी में शेरों के कुनबे को बढ़ाने में सहायता की। शेरनी जेसिका ने 06 अक्टूबर, 2016 में दो शावकों सिम्बा और सुल्तान को जन्म दिया था जोकि अब बड़े हो चुके हैं। उसके बाद शेरनी जेसिका ने 26 जून, 2019 को चार शावकों को जन्म दिया, जिसके 15 दिन बाद ही एक शावक ने दम तोड़ दिया।

शेरों की मौत के चलते सफारी में नेशनल जू अथॉरिटी के नियमानुसार इनकी संख्या पूरी नहीं हो पा रही है। इसलिए सफारी को आम जनता के लिए नहीं खोला जा रहा है।   

सफारी के डायरेक्टर वी.के.सिंह ने बताया कि शेरनी जेसिका के चार शावको में से एक शावक ने शनिवार देर शाम दम तोड़ दिया है। शेरनी जेसिका अपने चारों शावको को अच्छे से माँ का दुलार दे रही थी लेकिन शुक्रवार देर रात से एक शावक ने दूध पीना छोड़ दिया था, जिसके बाद उस पर नजर रखी जा रही थी और शनिवार देर रात एक शावक ने दम तोड़ दिया। शावक के शव को पोस्टमार्टम के लिए बरेली भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों के बारे में पता लग पाएगा।

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