एनआईएफएम फरीदाबाद अब होगा अरुण जेटली राष्‍ट्रीय वित्‍तीय प्रबंधन संस्‍थान

नई दिल्‍ली । केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान (एनआईएफएम), फरीदाबाद का नाम बदलकर अरुण जेटली राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान (एजेएनआईएफएम) करने का निर्णय लिया है। सरकार की ओर से मंगलवार को जारी बयान में कहा गया कि पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री और पद्म विभूषण से सम्मानित दिवंगत जेटली के भविष्य के लिए संस्थान की दूरदर्शिता और योगदान को ध्‍यान में रखते हुए और “भविष्य की दृष्‍टि और आकांक्षा” के लिए नाम बदला जा रहा है। जेटली ने 26 मई,2014 से 30 मई,2019 की अवधि के दौरान केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्री के रूप में कार्य किया था। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा सिविल सेवा परीक्षा के माध्‍यम से भर्ती किए गए विभिन्‍न वित्‍त एवं लेखा सेवाओं के अधिकारियों और भारतीय व्‍यय लेखा सेवा के अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए भारत सरकार के वित्‍त मंत्रालय के अंतगर्त व्‍यय विभाग के अधीन एक पंजीकृत संस्‍था के रूप में 1993 में एनआईएफएम, फरीदाबाद की स्‍थापना की गई थी। केंद्रीय वित्‍तमंत्री एनआईएफएम समिति के अध्‍यक्ष होते हैं। दरअसल यह संस्थान पिछले कुछ समय से सार्वजनिक नीति, वित्तीय प्रबंधन, सार्वजनिक खरीद एवं अन्य प्रशासन के मुद्दों पर क्षेत्र में व्‍यवसायिक दक्षता तथा परंपरा के उच्चतम मापदंड को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की प्रशिक्षण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक प्रमुख संसाधन केंद्र बन गया है। उल्लेखनीय है कि एनआईएफएम राज्य सरकारों, रक्षा प्रतिष्ठानों, बैंकों, अन्य वित्तीय संस्थानों और सार्वजनिक उपक्रमों को भी सुविधा मुहैया कराता है। इतना ही नहीं इस प्रशिक्षण से आगे बढ़कर प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में भी पहुंच गया है तथा वित्तीय प्रबंधन के विभिन्न क्षेत्रों में प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा के लिए एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित विशेष पाठ्यक्रमों को भी संचालित करता है।

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