छत्तीसगढ़ : रोहित झा ने एशिया की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराकर रचा कीर्तिमान

राजनांदगांव । छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले से लगे ग्राम सोमनी के युवक ने एशिया की सबसे बड़ी चोटी पर तिरंगा फहराने का गौरव हासिल किया है। ग्राम सोमनी में रहने वाले रोहित कुमार झा इस उपलब्धि के साथ छत्तीसगढ़ का पहला पर्वतारोही बन गया है जिसने लेह-लद्दाख ट्रेकिंग चोटी पर जाकर तिरंगा फहराया है। रोहित का चयन इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन की ओर से हुआ था। 
राष्ट्रीय राजमार्ग पर राजनांदगांव जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर सोमनी में रहने वाले रोहित झा के अलावा फाउंडेशन ने छत्तीसगढ़ से एक अन्य प्रतिभागी का चयन किया था। रोहित के अलावा दूसरी प्रतिभागी बिलासपुर की निशु सिंह थी। हालांकि चोटी पर तिरंगा फहराने में रोहित ही कामयाब रहा। स्वास्थ्य खराब होने की वजह से बिलासपुर की निशु टास्क पूरा नहीं कर पाई।इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन ने देशभर से युवाओं का चयन किया था जिसमें  छत्तीसगढ़ की ओर से राजनांदगांव जिले की ग्राम सोमनी के रोहित झा इनमें से एक था। रोहित झा पर्वतारोहण की शुरूआत 25 अगस्त से की थी और 30 अगस्त की सुबह 7.30 बजे स्टोक कांग्डी लेह-लद्दाख ट्रेकिंग चोटी पर तिरंगा फहराया। रोहित के मुताबिक देशभर के 5 युवा इस काम में सफल रहे। रोहित के अलावा उत्तरप्रदेश के दो और राजस्थान के दो युवा चोटी पर तिरंगा फहराने में कामयाब हुए।
रोहित ने चर्चा में बताया कि वे सब दिनभर ट्रेकिंग करते थे और रात के वक्त आराम करते थे लेकिन आखिरी दिन जब वे 16 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंच गए थे और इसके बाद बर्फ पर चढ़ाई करनी थी तो रात 9.30 बजे सभी ने चढ़ शुरू किया और सुबह 7.30 बजे सबसे ऊंची चोटी पर पहुंच गए। रोहित के मुताबिक उन्होंने 21 हजार 185 फीट की ऊंचाई पर तिरंगा फहराया।

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