जजपा समर्थक चारों विधायकों का इस्तीफा

चंडीगढ़ ।  इनेलो से दोफाड़ होकर बनी जननायक जनता पार्टी का समर्थन करने वाले चारों विधायकों ने मंगलवार को अपना इस्तीफा दे दिया। चारों इनेलो विधायक दलबदल मामले में सुनवाई के लिए विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष पेश हुए। विधानसभा अध्यक्ष के दलबदल मामले की सुनवाई शुरू करने से पहले ही चारों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया। जजपा के अस्तित्व में आने के बाद विधायकों का दलबदल शुरू हुआ था। पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व में बनी जजपा को विधायक नैना चौटाला, राजदीप फौगाट, अनूप धानक व पिरथी सिंह नंबरदार ने अपना समर्थन दिया था। चारों विधायक बिना इस्तीफा दिए जजपा के कार्यक्रम में शामिल होते रहे। इसके खिलाफ इनेलो विधायक रामचंद्र कांबोज ने विधानसभा अध्यक्ष कंवरपाल गुर्जर के समक्ष दलबदल की कार्रवाई करने की मांग करते हुए याचिका दायर की थी। विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले में सुनवाई शुरू की और इनेलो विधायक रामचंद्र कांबोज खुद भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद पूर्व नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने चारों विधायकों के खिलाफ नए सिरे से याचिका खारिज की। इस याचिका में अभय ने चारों विधायकों द्वारा जजपा के मंच पर दिए भाषणों की सीडी, समाचार पत्रों की खबरें अध्यक्ष के समक्ष पेश कीं। अध्यक्ष ने अभय चौटाला की याचिका को स्वीकार करते हुए चारों विधायकों के विरुद्ध सुनवाई शुरू की। इस सुनवाई के चलते विधायक राजदीप फौगाट के पिता व नैना चौटाला की सास का निधन हो गया, जिसके चलते वह अध्यक्ष के समक्ष पेश नहीं हो सके।अध्यक्ष ने चारों विधायकों को व्यक्तिगत रूप से पेश होकर अपना पक्ष रखने के लिए मंगलवार को अंतिम अवसर दिया था। नैना चौटाला, राजदीप फौैगाट, अनूप धानक व पिरथी सिंह नंबरदार मंगलवार को चंडीगढ़ पहुंचे। विधानसभा अध्यक्ष दलबदल मामले में सुनवाई शुरू करते, इससे पहले चारों ने अपने पद से इस्तीफा सौंप दिया। इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बातचीत में विधायक राजदीप फौगाट ने कहा कि वह सभी इनेलो के सिपाही के रूप में कार्य करते रहे हैं। बतौर इनेलो विधायक उन्होंने अध्यक्ष को इस्तीफे सौंप दिए हैं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published.