देहरादून : पार्किंग की समस्या पर एमडीडीए संजीदा, चल रहा सर्वेक्षण
देहरादून । उत्तराखंड की राजधानी बनने के बाद देहरादून लगातार अतिक्रमण से कराहा रहा है। नदियां नाले-खाले सब जनसंख्या घनत्व के कारण भरे हुए है। कानपुर के बाद प्रति व्यक्ति वाहनों की अधिवक्ता होने के कारण राजधानी में पार्किंग की समस्या नासूर बन रही है जिस पर अब तक ध्यान नहीं दिया गया लेकिन अब मसूरी देहरा विकास प्राधिकरण जाग गया है। यही कारण है कि अब मसूरी-देहरा विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) व्यवसायिक भवनों के खिलाफ कार्रवाई का मन बना रहा है। उन क्षेत्रों में विशेष कार्यवाही होगी जहां पार्किंग स्थलों पर व्यवसायिक गतिविधियां जारी हैं।
इस घटना का मुख्य कारण अवैध रूप से व्यवसायिक भवनों का निर्माण है जिन पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। इस संदर्भ में अब कार्यवाही करने का मन बना चुका है और इसके लिए सर्वेक्षण टीमें गठित कर सर्वे का काम प्रारंभ कर दिया है। इस सर्वेक्षण का प्रारंभ मुख्य मार्गों से किया जा चुका है। इन मुख्य मार्गों में राजपुर रोड, चकराता रोड, मसूरी और हरिद्वार जैसे मार्ग शामिल है जहां व्यवसायिक भवनों के कारण स्थितियां बद से बदतर हो रही है। एमडीडीए के सूत्र बताते हैं कि राजधानी में लगभग पांच हजार से अधिक व्यवसायिक भवन बने हैं जिनका मानचित्र एमडीडीए ने स्वीकृत किया है। लगभग इतने ही भवन अवैध रुप से संचालित हो रहे हैं जिन पर प्राधिकरण कार्यवाही करने वाला है। इस संदर्भ में पूछने पर विभागीय अधिकारियों ने ठोस जानकारी नहीं दी। उनका कहना था कि सर्वेक्षण सामान्य बात है।