धीमी गति से चल रहा लक्सर-हरिद्वार रेल लाइन के दोहरीकरण का कार्य
हरिद्वार । लक्सर से हरिद्वार रेलवे लाइन को डबल लेन करने का काम लंबे समय से अधर में लटका हुआ है। इस सिंगल रेलवे लाइन में दोहरीकरण का कार्य धीमी गति से चल रहा है। इस कारण ट्रेनें 27 किलोमीटर का सफर डेढ़ घंटे में पूरा कर रही हैं।
दरअसल, लक्सर से हरिद्वार के बीच 27 किलोमीटर के रेलवे ट्रैक में दो बड़े पुल और 20 छोटे पुलाेें का निर्माण और रेल लाइन बिझाने का काम होना था। इसमें अधिकांश कार्य पूरा हो चुका है। इस सिंगल रेलवे लाइन को डबल करने की अनुमति छह वर्ष पहले ही दे दी गई थी। वर्ष 2014 में बजट रिलीज होने के बाद इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का समय मार्च 2017 निर्धारित किया गया था, लेकिन 2019 में भी निर्माण कार्य खत्म नहीं हो पाया है।
लक्सर रेलवे स्टेशन अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि लक्सर से हरिद्वार के मध्य रेलवे लाइन के कार्य में 27 किलोमीटर रेल लाइन का निर्माण कार्य 329.97 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है। कुछ अपरिहार्य परिस्थितियों से निर्माण कार्य धीमा चल रहा है लेकिन अब कार्य में तेजी लाई गई है। उन्होंने बतााय कि यात्रियों के सफर को सुगम बनाने के लिए इस डबल ट्रैक का कार्य पूरा होना जरूरी है। रेल लाइन के डबल होते ही ट्रेनों के चलने में होने वाली देरी कम होगी। रुड़की में पिरान कलियर दरगाह होने की वजह से देश-विदेशों से लोग यहां पहुंचते हैं। डबल रेल लाइन बनने से सभी यात्रियों को सहूलियत होगी।