नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में मूसलाधार बारिश, तिलयुगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
निर्मली । नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से एकबार फिर तिलयुगा नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। तेजी से बढ़ते जलस्तर को लेकर लोग भयभीत हैं और उनकी परेशानियां बढ़ गई हैं।नेपाल में बुधवार से ही हो रही बारिश की वजह से भारतीय भूभाग की नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। तिलयुगा और खारू नदी में बढ़ते जलस्तर को देखकर कुनौली, कमलपुर और डगमारा पंचायत के लोगों में दहशत है। इस इलाके में दस दिनों पहले ही बाढ़ आया और यहां दोबारा बाढ़ की आशंका बन गई है। किसानों की फसलें बर्बाद होने की आशंका है। नेपाल के आधा दर्जन नदियों के पानी का बहाव इसी तीनों पंचायत होकर है। तिलयुगा नदी के उफान में तकरीबन 11 सौ एकड़ धान की फसल दांव पर है। प्रखंड उप प्रमुख हरेराम मेहता, कुनौली पंचायत के मुखिया सत्यनारायण रजक,पंसस वाशिद अहमद, व्यापार संघ के अध्यक्ष राधेश्याम गुप्ता, मो हशमत, सतीश कुमार गुप्ता सहित अन्य लोगों ने कहा कि अगर जल संसाधन विभाग के द्वारा सीमा बांध में जीर्णोद्धार का कार्य और तिलयुगा नदी का उड़ाही कर दिया गया होता तो आज इन तीन पंचायतों के लोगों को बाढ़ की त्रासदी नहीं झेलनी पड़ती। लोगों में आक्रोश हैं कि इस सीमा बांध को देखने के लिए बिहार सरकार के मंत्री से लेकर सांसद, विधायक तक आ चुके हैं लेकिन उसके इसका स्थायी निदान नहीं हो सका है।