भीषण गर्मी के बीच बढ़ी सुराही और मटके की मांग

भागलपुर। भागलपुर में बढ़ती गर्मी के साथ देशी फ्रिज अर्थात सुराही और मटके की मांग बढ़ने लगी है। साधन संपन्न व अमीर वर्ग के लोग गर्मी से बचने के लिए फ्रिज जैसे संसाधन अपना रहे हैं। वहीं मध्यम और गरीब तबके के लिए आज भी गर्मी के दिनों में उपयोग में आने वाली सुराही यानि देशी फ्रिज शीतल जल से कलेजे को ठंडक पहुंचा रही है। गर्मी आने के साथ ही मिट्टी के पात्र बनाने वाले कुंभकारों ने अब सुलगते हुए भट्ठों से सुराही और मटका निकालना शुरू कर दिया है। गर्मी बढ़ने से पीढ़ी दर पीढ़ी मिट्टी के बर्तन का व्यवसाय करने वाले कुंभकारों के चाक से ज्यादा तादाद में सुराही और मटके निकल रहे हैं और बाजार में मिट्टी से बने तरह-तरह के आकार के मटकों की मांग भी बढ़ने लगी है।शहर के इशाकचक, लालूचक, लोदीपुर सहित कई मुहल्ले में ऐसे अनेक घर हैं, जिनका काम मिट्टी से बर्तन बनाना है और इसे यह अपना पुश्तैनी धंधा मानते हैं।

 यहां के कुंभकार परिवार वर्षों से मिट्टी से एक से बढ़कर एक पात्र तैयार कर अपनी जीविका के लिए उर्पाजन करते आ रहे हैं। इनका मुख्य व्यवसाय त्योहार में उपयोग में आने वाले मिट्टी के बर्तनों का निर्माण करना है। इसमें गर्मी के सीजन में मटका, सुराही इत्यादि व दीपावली के मौके पर दीया और अन्य मिट्टी के पात्र जो मांगलिक अवसर पर पूजा इत्यादि कार्यों में उपयोग में लाए जाते हैं ,प्रमुख हैंं। उन्हें सीजन में मांग के अनुसार बनाकर बेचते हैं। बढ़ती तपिश को लेकर बाजार में सुराही और मटकों की बिक्री ने जोर पकड़ लिया है। सुराही 100 रूपये से लेकर 300 रूपये तक और मटका 60 रूपये से लेकर 200 रूपये तक में बाजार में बिक रहा है। पीढ़ी दर पीढ़ी मिट्टी के बर्तनों का व्यवसाय करने वाले मनीष का परिवार लोदीपुर में रहता है

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