भूपेश सरकार गिराने वाला राज्यपाल के फर्जी पत्र मामले में केस दर्ज
रायपुर । छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके के फर्जी हस्ताक्षर वाले हाल ही में वायरल हुए पत्र के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। शुक्रवार को राजधानी के सिविल लाइंस थाने में इस मामले में केस दर्ज किया गया है। राज्यपाल के फर्जी हस्ताक्षर वाले इस पत्र में भूपेश सरकार का तख्ता पलट करने की बात लिखी गई थी। इस पत्र में आदिवासी मुख्यमंत्री बनाये जाने की बात कहते हुए कांग्रेस विधायकों को 50-50 करोड़ रुपए देकर प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने की मंशा लिखी थी। वायरल हुए इस पत्र को खुद राज्यपाल ने फर्जी करार देते हुए डीजीपी डीएम अवस्थी को जांच के निर्देश दिए थे। इस मामले में हिन्दुस्थान समाचार को जानकारी देते हुए शहर के एडिशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि डीजीपी के निर्देश पर रायपुर पुलिस ने इस चिट्ठी की जांच की। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि यह पूरी तरह से फर्जी पत्र था। जांच में पुलिस को यह जानकारी भी मिली है कि जब यह पत्र लिखा गया उस वक्त अनुसुईया उइके राज्यपाल नहीं थीं। वे राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग में थी और वहीं के लैटरपैड पर यह चिट्ठी लिखी गई है। मिली जानकारी के अनुसार इसमें मोहित राम का नाम लिखा हुआ है। जिसे भाजपा कार्यकर्ता बताया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर मोहित राम की तलाश में जुट गई है।