रविवार को 111 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे डेढ़ करोड़ मतदाता
कोलकाता। आगामी 19 मई को होने वाले अंतिम चरण के मतदान के लिए जहां देशभर में चुनाव प्रचार शुक्रवार को जारी है वहींं पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल के उत्पात की वजह से चुनाव आयोग ने 20 घंटे पहले ही प्रचार बंद करा दिया है। गुरुवार रात 10 बजे से राज्य की नौ संसदीय सीटों पर प्रचार का शोर थम चुका है। अब रविवार को करीब डेढ़ करोड़ मतदाता 111 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे।
शुक्रवार की सुबह चुनाव आयोग द्वारा जारी एक विज्ञपत्ति के अनुसार रविवार को होने वाले मतदान में 111 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। इनके लिए दक्षिण बंगाल की नौ संसदीय सीटों पर रविवार को 1,49,63,064 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन नौ सीटों में में कोलकाता उत्तर एवं कोलकाता दक्षिण, दमदम, बारासात, बशीरहाट, जादवपुर, डायमंड हार्बर, जयनगर (आरक्षित) और मथुरापुर (आरक्षित) शामिल हैं। चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में हिंसक घटनाओं के मद्देनजर यहां की नौ सीटों पर हो रहे चुनाव प्रचार को शुक्रवार शाम छह बजे समाप्त करने की बजाए गुरुवार की रात 10 बजे खत्म कर दिया। दरअसल, अमित शाह के रोडशो के दौरान शहर में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी। अब अंतिम चरण के लिए हो रहे चुनाव को लेकर चुनाव आयोग बहुत सतर्क है। स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान कराने के लिए नौ सीटों के लगभग सभी मतदान केंद्रों पर आयोग ने केंद्रीय बलों की 710 कंपनियां तैनात की हैं। करीब 75 हजार जवान चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखेंगे।
इस बीच कांग्रेस समेत तीन विपक्षी पार्टियों ने बुधवार के आदेश को लेकर चुनाव आयोग से मुलाकात की है। उन्होंने इसे समान अवसरों के सिद्धांत का ‘उल्लंघन’ बताया है और चुनाव निकाय से प्रचार के लिए कम से कम आधा और दिन देने की अपील की थी, लेकिन आयोग नहीं माना।