सीबीआई के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे चरमपंथी सिखों पर वॉटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल
चण्डीगढ़ । ग्रंथ बेअदबी मामले में सीबीआई द्वारा क्लोजर रिपोर्ट पेश करने के विरुद्ध प्रर्दशन कर रहे सिख चरमपंथियों को खदेडऩे के लिए चण्डीगढ़ पुलिस ने आज दोपहर वॉटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। काले रंग की झंडियां लेकर पंजाब के मोहाली से चण्डीगढ़ में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे इन चरमपंथियों को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया और जब वें नहीं रुके तो पुलिस ने बल प्रयोग कर दिया। सिख नेता चण्डीगढ़ के सेक्टर 30 में सीबीआई के कार्यालय में ज्ञापन देने जाना चाहते थे। बल प्रयोग के बाद सिखों ने चण्डीगढ़-मोहाली सीमा पर ही डेरे लगा दिये हैं।
पंजाब के सत्ता परिवर्तन के बाद भी ग्रंथों की बेअदबी के मामले का विवाद बरकरार है। इन मामलों में कुछ की जांच सीबीआई कर रही थी और अन्य की जांच पंजाब सरकार द्वारा गठित एसआईटी कर रही है। सीबीआई ने चंद रोज पहले इस मामले में अपनी क्लोजर रिपोर्ट पेश कर दी। इसी बात को लेकर चरमपंथी सिख नेता आन्दोलन की तैयारी में थे। आज श्री अकाल तख्त साहिब के समानांतर घोषित जत्थेदार व पूर्व आतंकी व दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद जत्थेदार जगतार सिंह हवारा द्वारा गठित 21 सदस्यीय कमेटी अन्य सिख प्रदर्शनकारियों के साथ पंजाब के मोहाली से चण्डीगढ़ जाने के प्रयास में थे। एहतियात के तौर पर चण्डीगढ़ की सीमावर्ती सड़क पर ही पुलिस ने बैरीकेड लगा रखे थे। पुलिस की चेतावनी के बावजूद जब प्रदर्शनकारी नहीं रुके तो पुलिस ने वॉटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। इस बल प्रयोग से कई कार्यकर्ता घायल हो गये और कइयों की पगड़ियां उतर गईं। चण्डीगढ़ पुलिस का कहना था कि अगर प्रदर्शनकारी ज्ञापन देना चाहते हैं तो वें उन्हे दे दें और वें इसे सीबीआई तक पहुंचा देगें परन्तु प्रदर्शनकारी इस बात को नहीं माने। बल प्रयोग के बाद प्रदर्शनकारियों ने तब तक पंजाब-चण्डीगढ़ सीमा पर ही धरना देने का निर्णय किया है, जब तब उन्हें चण्डीगढ़ स्थित सीबीआई के कार्यालय जाने की अनुमित नहीं दी जाती । समाचार लिखे जाने तक सिख प्रदर्शनकारी धरने पर डटे हुए थे।