कश्मीर से कन्याकुमारी तक शांति का संदेश देते हुए अल्ट्रा रनर सूफिया वीरवार को पहुंची कठुआ

कठुआ । भारत की बेटियंा किसी से कम नहीं हैं इसकी जीती जागती मिसाल है सूफिया खान। कश्मीर से कन्याकुमारी तक अमन शांति का संदेश देते हुए राजस्थान की अल्ट्रा रनर सूफिया खान वीरवार सुबह 10 बजे कठुआ के कालीबाड़ी में पहुंची। सूफिया खान के साथ कठुआ डिस्टेंस रनर्स ग्रुप के वरूण, मिंकल और नीरज ने चड़वाल से कठुआ तक उनकी इस दौड़ में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। कठुआ पहंुचने पर डिस्टेंस रनर्स ग्रुप के भूषण, राकेश, शुकल, अजय, अरूण, आशीष सहित अन्य युवाओं ने सूफिया को हार पहनाकर स्वागत किया। 
पत्रकारों को संबोधित करते हुए अल्ट्रा रनर सूफिया खान ने बताया कि बीते 25 अप्रैल को कश्मीर से उन्होंने अपना लक्ष्य शुरू किया है और वह कन्याकुमारी में इसका अंत करेंगी। राजस्थान के अजमेर की 33 वर्षीय सूफिया की दौड़ का मुख्य उद्देश्य मानवता, भाईचारे और कश्मीर में शांति की बहाली की कामना है। उन्होंने कहा कि अपनी इस दौड़ के दौरान वह रास्ते में मिलने वाले हर धर्म, जाति के लोगों से मिलकर उन्हें मानवता का संदेश दे रही हैं। भारत देश विभिन्न धर्म और संस्कृतियों से मिलकर बना है।
उन्होंने बताया कि 4000 किलोमीटर के इस सफर में वह प्रति दिन 50 किलोमीटर का सफर तय करेंगी और वह 100 दिन तक इस लक्ष्य को हासिल कर लेंगी। उन्होंने बताया कि इसके पीछे मुख्य उद्देश्य देशभर में अमन शांति का संदेश देना के साथ-साथ सबसे फर्राटेदार महिला धावक बनकर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवाना है। गौरतलब हो कि मार्च 2018 में भी सूफिया 16 दिन में 720 किलोमीटर का सफर सबसे तेजी से दौड़कर तय करने वाली पहली महिला धावक बनी थीं। उनकी इस उपलब्धि का यह रिकॉर्ड इंडिया बुक ऑफ रिकॉडर्स में शामिल हो गया है। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसके लिए उन्होंने अपनी नौकरी भी छोड़ दी और घरवालों से मिले सहयोग के कारण वह मौका मिलने पर देश की आन, बान और शान के लिए दौड़ पड़ती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.