एनडीए की बढ़त से सकते में राजद नेता
पटना । राजद कार्यालय के एक बड़े से कमरे में कई लोग बैठे हुये हैं। यहां पर टीवी की कोई व्यवस्था नहीं है। एक शख्स अपने मोबाइल पर लोकसभा चुनाव के नतीजों की पल- पल की खबरें देख रहा है। उनमें से ज्यादातर लोग सकते में हैं। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा है कि महागठबंधन के कई दिग्गज नेता धूल चाटने की स्थिति में पहुंचते जा रहे हैं। जैसे-जैसे एनडीए की बढ़त की खबरें आ रही हैं वैसे-वैसे उनकी भिनभिनाहट भी बढ़ती जा रही है। 2019 के मैनडेट के बारे में पूछने पर राजद के प्रवक्ता चितरंजन गगन कहते हैं कि जिस तरह से इस बार चुनाव हुआ है और वोटो की गिनती की जा रही है उससे लोगों का विश्वास चुनाव आयोग पर से पूरी तरह से उठ गया है। उन्होंने कहा कि यह जनादेश का महाघोटाला है। वह बताते हैं कि कई ऐसी सीटें हैं जिनपर उनका आकलन था कि उनके प्रतिनिधियों को जबरदस्त वोट मिले हैं लेकिन अब नतीजा आने के बाद पता चल रहा है कि वहां से भी वे लोग हार रहे हैं। एनडीए के जिन उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंट तक बूथ पर नहीं थे वे जीत रहे हैं। यह कैसे मुमकिन है। उन्होंने कहा कि जब मोदी के पक्ष में अंडर करेंट था तो वह दिखा क्यों नहीं? इस बार जैसा हुआ है वैसा पहले कभी नहीं हुआ। विपक्ष के तमाम नेताओं को इस मैनडेट पर बैठकर गहनता के साथ विचार विमर्श करके ही कोई फैसला लेना चाहिए। इतना तय है कि कुछ गड़गड़ी हुई है।
दूसरे कमरे में एक टीवी के करीब कई लोग बैठे हुये हैं। सभी के चेहरे पर झुंझलाहट है। वे लोग मानसिक तौर पर यह स्वीकार करने की स्थिति में नहीं हैं कि एक बार फिर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के तौर पर देश का शासन संभालने जा रहे हैं। इस मैनडेट के संबंध में पूछने पर राजद के एक नेता कहते हैं, यह चौंकाने वाला परिणाम है। इस तरह के परिणाम की उम्मीद हम लोगों को नहीं थी। अब पार्टी के बड़े नेताओं को इस पर विचार करना चाहिए।