ममता ने रद्द किया पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में जाने का कार्यक्रम 

कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में जाने से इनकार किया है। उन्होंने बुधवार को कहा कि वे शपथ ग्रहण में जाने का मन बना चुकी थीं, लेकिन पिछले कुछ घंटों की मीडिया रिपोर्ट के मद्देनजर उन्होंने मन बदल लिया है।  प्रधानमंत्री मोदी का शपथ ग्रहण 30 मई को राष्ट्रपति भवन में होना है। ममता बुधवार शाम को दमदम एयरपोर्ट से नई दिल्ली के लिए रवाना होने वाली थीं, लेकिन शपथ ग्रहण समारोह में जाने का कार्यक्रम रद्द होने के बाद उन्होंने मोदी के नाम एक पत्र लिखा है। ममता ने लिखा है, “प्रधानमंत्री मोदी जी, आपको शुभकामनाएं। मैंने आमंत्रण को स्वीकार कर शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की योजना बनाई थी, लेकिन पिछले कुछ घंटों से मैंने मीडिया में देखा है कि भाजपा पश्चिम बंगाल में अपने कार्यकर्ताओं की हत्या का झूठा दावा कर रही है। राज्य में भाजपा के 54 कार्यकर्ताओं की हत्या होने की बात कही जा रही है, लेकिन यह सच नहीं है। मैं दावे से कह सकती हूं कि प्रदेश में एक भी राजनीतिक हत्या नहीं हुई है। जितने लोगों की भी मौत हुई है, उसके पीछे व्यक्तिगत दुश्मनी अथवा पारिवारिक वजह हो सकती है। कोई और भी कारण होगी, लेकिन राजनीतिक वजह से किसी की भी हत्या नहीं हुई है।”मुख्यमंत्री ने कहा, “मोदी जी, मैं क्षमा चाहती हूं। इस तरह के झूठे प्रचार ने मुझे बाध्य किया है कि मैं आपके शपथ ग्रहण में शामिल होने का अपना दौरा रद्द करूं।”हालांकि, लोकसभा चुनाव के दौरान तल्खियों के बावजूद ममता को शपथ ग्रहण समारोह के लिए जब आमंत्रण मिला था तो उन्होंने स्पष्ट किया था कि वह जाएंगी। उन्होंने मंगलवार को राज्य सचिवालय में आमंत्रण का जिक्र करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रण मिला है। संवैधानिक शिष्टाचार के लिहाज से वह इसमें शामिल होंगी। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता के नई दिल्ली जाने की वजह से 31 मई को होने वाली पार्टी की बैठक भी टाल दी गई थी। यहां तक कि नगर निगम की ओर से 30 मई को आयोजित होने वाले इफ्तार के कार्यक्रम को भी टाल दिया गया था।
उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया है कि हाल के कुछ महीनों में पश्चिम बंगाल में कुल 42 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याएं हुई हैं। इन सबकी हत्या सिर्फ इसलिए की गई क्योंकि इन लोगों ने तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ जाकर भाजपा के लिए काम किया। लोकतंत्र की हत्या करने वाली ममता बनर्जी की पार्टी के लोगों ने उन लोगों की हत्या कर दी। प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम बंगाल हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवार को भी शपथ ग्रहण में शामिल होने का आमंत्रण दिया है। प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान हिंसा में भाजपा कार्यकर्ता मनु हंसदा, चंदन शॉ और संतू घोष की हत्या कर दी गई। मनु हंसदा मिदनापुर के कार्यकर्ता थे। उनके पुत्र ने शपथ ग्रहण में शामिल होने के सवाल पर कहा, “मेरे पिता मनु हंसदा को ममता बनर्जी के गुंडों ने मार डाला।” 

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