पार्टी प्रतिनिधिमंडल को वाराणसी में रोके जाने पर भड़की तृणमूल
कोलकाता । पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को शनिवार को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में जाने से रोक दिया गया। शनिवार सुबह कोलकाता से ये लोग वाराणसी हवाई अड्डे पर पहुंचे थे जहां प्रशासन ने उन्हें बाहर निकलने से रोक दिया। टीएमसी ने कहा कि डेरेक ओ ब्रायन, सुनील मंडल, अबीर रंजन बिस्वास को लेकर गठित प्रतिनिधिमंडल को लैंडिंग के बाद वाराणसी हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया । उल्लेखनीय है कि गत बुधवार को सोनभद्र में एक जमीन को लेकर हुई हिंसा में 10 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 25 से अधिक लोग घायल हैं। घायल लोगों को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया है। तृणमूल का यह प्रतिनिधिमंडल उन्हीं लोगों से मिलने के लिए जा रहा था। उनका पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए सोनभद्र जाने का भी कार्यक्रम था। एक वीडियो संदेश में, डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, “हम सिर्फ अपने सहयोगियों सुनील मंडल और अबीर रंजन विश्वास के साथ वाराणसी हवाई अड्डे पर उतरे। अब एडीएम और एसपी यहां हैं। उन्होंने हमें बताया है कि हमें हिरासत में लिया गया है। उन्होंने धारा 144 लगे होने का जिक्र किया लेकिन हम तीन लोग हैं जबकि धारा 144 4 लोगों के एक साथ जाने पर लागू होती है। ऐसे में हमे रोका जाना अनैतिक है। ” डेरेक ने कहा है, “हम बीएचयू ट्रामा सेंटर में घायलों से मिलने के लिए आगे बढ़ना चाहते हैं और फिर हम सोनभद्र में घटनास्थल पर जाना चाहते हैं। वे कह रहे हैं कि हमें हिरासत में लिया गया है, लेकिन किस धारा के तहत?” इससे पहले, तृणमूल ने डेरेक ओ ब्रायन का एक वीडियो साझा किया जिसमें वह कहते हुए सुने जा सकते हैं, “वाराणसी हवाई अड्डे पर तृणमूल संसदीय प्रतिनिधिमंडल को हिरासत में लिया गया। एडीएम, एसपी ने हमें नहीं बताया कि हमे कानून की किस धारा के तहत हिरासत में लिया गया है। हमने उनसे कहा है कि हम सहयोग करेंगे , घायलों से मिलने की इच्छा थी और फिर शोक संतप्त परिवारों से मिलने और विश्वास दिलाने के लिए सोनभद्र के लिए जाना चाहते हैं। ” इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को मिर्जापुर में हिरासत में लिया गया और चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया। उन्हें भी सोनभद्र में पीड़ित परिवारों से मिलने और जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। बुधवार को सोनभद्र में भूमि विवाद को लेकर गोंड और गुर्जर समुदायों के बीच हुई झड़प में तीन महिलाओं सहित कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 25 से अधिक घायल हो गए। सोनभद्र में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड योगेश दत्त सहित 29 लोगों को गिरफ्तार किया है। 78 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।