नेत्रावती नदी ने तोड़ा जलस्तर बढ़ने का रिकॉर्ड, खतरे से तीन मीटर ऊपर पहुंचा पानी
भारी बारिश से 200 घर बहे,1000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में भेजा
बाढ़ में फंसे एक पूर्व केंद्रीय मंत्री के परिवार को निकालकर सुरक्षित स्थान पर भेजा
उडुपी । दक्षिण कन्नड़ जिले में हो रही भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभाव बंटवाल तालुक में पड़ा है। दूूूूूसरी ओर नेत्रावती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से लगभग तीन मीटर ऊपर तक पहुंच गया है, जो अब तक का रिकॉर्ड है। बाढ़ की चपेट में आने वाले पीड़ितों में से एक पूर्व केंद्रीय मंत्री जनार्दन पुजारी का परिवार भी हैं, जिनका भंडारेबेट्टू स्थित आवास भी बाढ़ की चपेट में आ गया और उनके परिवार को शनिवार को निकालकर सुरक्षित स्थान पर भेज गया है।शनिवार की सुबह से भी बारिश जारी है, बाढ़ के पानी के तेज बहाव से 200 घर बह गये। शनिवार को प्रशासन ने तालुक में बाढ़ से क्षेत्र में फंसे लगभग 1000 से अधिक पीड़ितों को राहत शिविरों में भेज दिया है। उधर, तलपाड़ी में 17 घर बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, जबकि मेंगलुरु-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग की सर्विस रोड भी बारिश के पानी से बह गयी है। नेत्रावती नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। नदी में खतरे का निशान जो 8.5 मीटर पर है लेकिन शनिवार की सुबह नदी का जलस्तर 11.6 मीटर तक पहुंच गया है। 25 जुलाई,1974 के बाद से यह नया रिकॉर्ड है। उस समय इसका जलस्तर 11.4 मीटर तक पहुंच गया था। जिलाधिकारी शशिकांत सेंथिल ने बताया कि रात से ही बचाव कार्य जारी है। 200 से अधिक प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।