एडवाइजर ने जीवन के लिए खतरनाक बन चुके सभी पेड़ों को शर हटाने के दिए निर्देश

चंडीगढ। कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल सेक्टर. 9बी में 8 जुलाई दुर्भाग्यपूर्णको पेड गिरने से एक बच्ची की मौत की घटना के बाद प्रशासन ने अपनी टीम को जीवन और संपत्ति के लिए खतरा पैदा करने वाले सभी मृत और सूखे पेड़ों और पेड़ों का व्यापक सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया है। चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार धरमपाल ने बताया कि शेष सभी 30 हेरिटेज पेड़ों को उनके स्वास्थ्य शक्ति के लिए नगर निगम और वन विभागए यूटी चंडीगढ़ के इंजीनियरिंग विभागए बागवानी विंग के अधिकारियों की समिति द्वारा पूरी तरह से सत्यापित किया गया है। समिति ने सभी पहलुओं की गहन जांच के बाद सुखना झील में एक सहित तीन विरासत पेड़ों की शाखाओं की छंटाई और सेक्टर 19 और 23 में खड़े 2 अधिक परिपक्व पेड़ों की कटाई की सिफारिश की है। सलाहकार ने इस पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन द्वारा नियत प्रोटोकॉल का पालन करते हुए नियमित आधार पर मृत और सूखे पेड़ों की कटाई की जाती है और पिछले 5 वर्षों के दौरान चंडीगढ़ में विभिन्न स्थानों से 1634 मृत और सूखे पेड़ों को काटा गया है। कुल मिलाकर 211 स्कूलों का सर्वेक्षण करने के लिए नगर निगम के इंजीनियरिंग विभाग के बागवानी विंग और वन विभाग यूटी के अधिकारियों वाली छह टीमों को तैनात किया गया था। टीम ने 201 स्कूलों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों का विस्तृत सर्वेक्षण किया है। टीमों की ओर से जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपे जाने की संभावना है। किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए प्रशासन एक सप्ताह के भीतर उन सभी मृतसूखे पेड़ों को हटा देगा जो जीवन और संपत्ति के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं। इस मामले की विस्तृत समीक्षा प्रशासक चंडीगढ़ के सलाहकार द्वारा सभी संबंधित विभागों के साथ की गई है. जिसमें समाज की सुरक्षा और भलाई के लिए ईमानदारी से काम करने के लिए अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पेड़ों की छंटाईध्दीमक उपचार भी जहां कहीं आवश्यक होए स्कूलों पर विशेष ध्यान देते हुए सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए।

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