कच्चे तेल की तेजी से घरेलू शेयर बाजार धड़ाम, सेंसेक्स में 500 अंकों की गिरावट

नई दिल्ली। कारोबारी सप्ताह के पहले दिन कच्चे तेल की तेजी से घरेलू शेयर बाजार औंधे मुंह गिरा। सोमवार को बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज(बीएसई) का 30 शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में 500 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(एनएसई) के 50 शेयरों वाले सूचकांक निफ्टी 150 अंक निचे गिरकर 11,600 के नीचे बंद हुआ।
बाजार की गिरावट की मुख्य वजह कच्चे तेल में आई तूफानी तेजी रही। वैश्विक बाजार में क्रूड करीब छह महीने की ऊंचाई पर है। कच्चा तेल आज 74 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को भी पार कर गया। वहीं नायमैक्स क्रूड 65 डॉलर के ऊपर है। घरेलू बाजार में इसका दाम 4600 रुपये के करीब पहुंच गया है। 
दिग्गज शेयरों के साथ ही आज मिड और स्मॉल कैप शेयरों में बड़ी बिकवाली देखने को मिली। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 1.5 प्रतिशत टूटकर 15,145 के करीब बंद हुआ। वहीं स्मॉल कैप सूचकांक 1.4 प्रतिशत टूटकर 14,800 के करीब बंद हुआ। क्रूड की कीमतों में आए ऊबाल ने ऑयल एंड गैस शेयरों पर असर डाला, जिसके चलते बीएसई का ऑयल एंड गैस सूचकांक 3.2 प्रतिशत से ज्याद टूटकर बंद हुआ।
आईटी शेयरों को छोड़कर बाजार में चौतरफा बिकवाली का माहौल रहा। बिकवाली के इस माहौल में भी निफ्टी का आईटी सूचकांक 0.41 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद होने में कामयाब रहा।
बैंकिंग शेयरों की जोरदार पिटाई के चलते बैंक निफ्टी 1.9 प्रतिशत टूटकर 29,660 के नीचे बंद हुआ। आज सरकारी और निजी दोनों बैंकों की जोरदार पिटाई हुई है। निफ्टी का पीएसयू बैंक सूचकांक 2.7 प्रतिशत तो प्राइवेट बैंक सूचकांक 2.1 प्रतिशत टूटकर बंद हुआ है। मेटल, ऑटो, फार्मा और रियल्टी शेयरों में सबसे ज्यादा कमजोरी देखने को मिली। निफ्टी का मेटल सूचकांक 1.8 फीसदी, ऑटो सूचकांक 1.7 फीसदी, फार्मा सूचकांक 1.5 प्रतिशत और रियल्टी सूचकांक 2.6 प्रतिशत टूटकर बंद हुआ है।
कारोबार के अंत में बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 495.10 अंक यानी 1.26 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 38645.18 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक निफ्टी 158.35 अंक यानी 1.35 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 11594.45 के स्तर पर बंद हुआ।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में कच्चे तेल में करीब 40 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है। अमेरिका-ईरान के क्रूड पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने की तैयारी में है। फिलहाल आठ देशों को ईरान से तेल खरीदने की छूट मिली हुई है। अगर अमेरिका प्रतिबंध लगाता है तो तीन मई के बाद ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की सप्लाई गिर जाएगी। ऐसे में क्रूड में आगे और तेजी की आशंका जताई जा रही है।

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