कर्मचारी यूनियन ने अंतराष्ट्रीय महिला दिवस को महिला शोषण विरोधी दिवस के रूप में मनाया

चण्डीगढ़। वैसे तो अंतराष्ट्रीय महिला दिवस को महिलाओं के सम्मान की रक्षा करने, उन्हें वोट का अधिकार देने, उनका हर प्रकार से किया जा रहा शोषण बन्द करने के उद्वेश्य से ही शुरू किया गया था, इस दिवस को अलग अलग देशों में अपने अपने तरीके से आयोजन किया जाता है लेकिन अब यह आयोजन सिर्फ मनोरंजन का साधन बन कर ही रह गया है। इसके विपरित चण्डीगढ़ में इस बार फैड़रेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एण्ड वर्करज चण्डीगढ़ की महिला समिति ने बाल भवन सैक्टर 23 में काले बिल्ले लगा कर महिला शोषण विरोधी दिवस के तौर पर मनाया क्योंकि भारतीय बाल कल्याण परिषद (आई सी सी डबल्यू) के अधीन चल रहे 56 के करीब क्रैचों में काम कर रही करीब 125 महिला बाल सेविकाऐें व सहायिकाऐं जो 1962 से चल रहे 56 क्रैचों में काम कर रही रही हैं वह लोगों के बच्चों को सभाँलती हैं, उनकी देख रेख करती हैं, खाना खिलाती हैं, बच्चों की साफ-सफाई यहाँ तक की मल-मूत्र भी साफ करती हैं, उनकी क्या मजबूरी है कि उन्हें महिला दिवस को महिला शोषण विरोधी दिवस के तौर पर मनाने को बाध्य होना पड़ रहा है। 15 से 35 साल से बच्चों की सेवा कर रही इन महिलाओं की नौकरी आज खतरे में पड़ गई है।
चण्डीगढ़ प्रशासन की गलत नीतियों का यह महिलायें शिकार हो रही हैं। वास्तव में चण्डीगढ़ प्रशासन केन्द्र सरकार की मिशन शक्ति के अधीन पालना स्कीम का नाम लेकर आँगनवाडी को अपग्रेड करने के नाम पर 1962 से चल रहे क्रैचों को बन्द कर आँगनवाडी में मर्ज करके महिला कर्मचारियों की नौकरी खतरे में हैं व आंगनवाडी के आधार पर उनका वेतन आधे से भी कम करने तथा उस पर भी पिछले 2 महिने से घटाया हुआ वेतन भी नहीं देना उनके साथ घोर अन्याय किया जा रहा है। कितने दुख की बात है कि 9-10 घंटे काम कर रही व वेतन ले रही इन क्रैच महिला कर्मचारियों की तुलना मानदेय ले रही आंगनवाडी कार्यकर्त्ताओं से कर उनका वेतन बन्द किया जा रहा है व उनकी 30-40 साल की नौकरी पर पानी फेरा जा रहा है। फैड़रेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एण्ड वर्करज चण्डीगढ़ की उपाध्यक्ष व अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ की महिला समिति की सदस्य रेखा शर्मा भारतीय बाल कल्याण परिषद की कर्मचारी यूनियन की उप प्रधान सुनीता शर्मा, रेखा गोरा, लखविन्द्र कौर, वन्दना, सुरिन्द्र कौर, जसविन्द्र कौर आदि पदाधिकारियों ने कहा कि फैड़रेशन द्वारा कई महिनों से लड़ीवार रैलियां, धरने व प्रर्दशन किये हैं तथा प्रशासन के सभी सम्बन्धित अधिकारियों को दर्जनों ज्ञापन दिये गये हैं। इसी कड़ी में 23 फरवरी 2024 को प्रशासक के नवनियुक्ति सलाहकार श्री राजीव वर्मा जी को भी मिलकर ज्ञापन दिया तथा उन्हें इस समस्या बारे जानकारी दी तथा उन्होंने बहुत गौर से बातें सुनी लेकिन अभी तक कर्मचारियों का वेतन सुरक्षित रखने बारे व वेतन का भुगतान बारे कोई फैसला नहीं हो पाया क्योंकि प्रशासन के सम्बन्धित अधिकारी केन्द्र सरकार की नीतियों की बात कर गलत तथ्य पेश किये जा रहे हैं।

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