कृषि विभाग ने किसानो को धान की पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे किया जागरूक
डेराबस्सी : डेराबस्सी कृषि एवं किसान कल्याण विभाग,ब्लॉक डेरा बस्सी की ओर से मुख्य कृषि अधिकारी डॉ राजेश कुमार रहेजा के मार्गदर्शन में एवं ब्लॉक कृषि अधिकारी डॉ. हर संगीत सिंह के कुशल मार्गदर्शन में गांव टिवाणा में किसान जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर प्रखंड प्रौद्योगिकी प्रबंधकब्लॉक टेक्नोलॉजी मैनेजर डॉ पुनीत गुप्ता ने किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान और धान की पराली जलाने के अलावा मिट्टी में मौजूद तत्वों के नुकसान के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर डॉ. पुनीत गुप्ता ने किसानों को यह भी बताया कि जो किसान धान की कटाई के बाद आलू बोना चाहते हैं, वे अपने खेत में धान की पराली को जलाने के बजाय लालडू में मौजूदा वाईसीडी उद्योग के साथ समन्वय कर बेच सकते हैं। इस उद्योग में फिर से गांठ बनाने की मशीन को खेत में भेजकर गांठें बना ली जाती हैं और गांठ खुद ही उठा लेते हैंऔर जो किसान धान की कटाई के बाद गेहूं बोना चाहते हैं, वे सुपर साइडर या हैप्पी साइडर से गेहूं की बुवाई कर सकते हैं! इस तरह किसान अपने पराली की अच्छी तरह से देखभाल कर सकते हैं! इस अवसर पर श्री मंजीत सिंह सहायक प्रौद्योगिकी प्रबंधक ने किसानों को आत्मा योजना के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर किसान तरसेम सिंह मंजीत सिंह और करनैल सिंह ने सीधी बुवाई के बारे में अन्य किसानों के साथ अपने विचार साझा किए।