चंडीगढ़ को पहली बार मिला सेक्टर 13, अधिसूचना जारी
चंडीगढ़। बदकिस्मती का मिथ्या माने जाने वाले नंबर 13 को सिटी ब्यूटीफुल को अब चंडीगढ़ में शामिल कर लिया गया है। अब 13 नंबर बदकिस्मती का नहीं बल्कि गुरु नानक देव के शब्द तेरा-तेरा के साथ जुड़ गया है। चंडीगढ़ प्रशाशन द्वारा एरिया के बदले गए नामों में मनीमाजरा का नामकरण अब चंडीगढ़ सेक्टर 13 होगा। एक नवम्बर, 1966 को बने चंडीगढ़ में सेक्टर 13 कही नहीं बन पाया। हालांकि कुछ ऍफ़ एम् रेडियो के प्रोग्रामों और रेस्त्रों के नाम सेक्टर 13 अवश्य दिए गए थे। लेकिन अब नंबर शहर को मिल गया है। चंडीगढ़ की प्लानिंग करने वाले आर्किटेक्ट ली काबूर्जिए ने किसी भी एरिया को ‘सेक्टर-13 का नाम नहीं दिया था, जबकि इससे पहले के और बाद के सभी सेक्टर चंडीगढ़ में मौजूद हैं। अब चंडीगढ़ प्रशासन ने आठ अलग-अलग एरिया के नाम बदले हैं, जिसमें सेक्टर-13 को भी जोड़ दिया गया है। इसमें मनीमाजरा को अब सेक्टर-13 (मनीमाजरा) का नाम दिया गया है। प्रशासन की तरफ से आठ एरिया के नामों को बदलने को लेकर नोटिफिकेशन कर दी गई है। अब इन एरिया को सभी तरह के राजकीय रिकॉर्ड में बदले हुए नामों से ही जाना जाएगा। जनवरी के पहले हफ्ते में हुई बैठक में चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनोर ने प्रशासन के इस प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी थी। इसके बाद अब वित्त विभाग चंडीगढ़ प्रशासन की तरफ से इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है।
कैपिटल ऑफ पंजाब (डेवलपमेंट एंड रेगुलेशंस) एक्ट 1952 की सब सेक्शन (2) ऑफ सेक्टर-1 के तहत पंजाब पुनर्गठन निर्देश 1966 के तहत यह अधिसूचना चंडीगढ़ के मुख्य प्रशाशक की तरफ से जारी की गई। हालांकि कुछ लोगों ने मनीमाजरा की पहचान खत्म करने का विरोध किया था। यूटी प्रशासन की तरफ से नाम बदलने को लेकर शहरवासियों से आपत्ति और सुझाव मांगे गए थे। प्रशासन के पास करीब 60 लोगों ने नाम बदलने को लेकर अपने सुझाव और आपत्तियां दर्ज कराईं। इनमें से ज्यादातर लोग पक्ष में बताए गए। हालांकि, प्रशासन के पास चंडीगढ़ में सेक्टर-13 बनाए जाने को लेकर सबसे ज्यादा आपत्तियां आई थीं। लोगों का कहना है कि चंडीगढ़ को बनाने वाले ली कार्बूजिए ने सेक्टर-13 को नहीं रखा। अगर चंडीगढ़ में सेक्टर-13 बनाया जाता है तो यह ली कार्बूजिए का अपमान होगा।इन बातों को भी प्रशाशन ने ध्यान में रखा। इसीलिए सेक्टर 13 के साथ साथ मनीमाजरा सेक्टर 13 रखा गया है।