जापान में 6.7 तीव्रता का भूकंप, 26 घायल
टोक्यो । जापान में मंगलवार रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.7 मापी गई। भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी जिसे बाद में वापस ले ली गई। भूकंप से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है, क्योंकि इसका प्रभाव कम आबादी वाले क्षेत्र में सीमित रहा।
समाचार पत्र जापान टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, जापान के मौसम विभाग ने मंगलवार को चेतावनी जारी की थी कि एक मीटर तक की लहरें समुद्री तट से टकरा सकती हैं, लेकिन केवल 10 सेंटीमीटर तक ही समुद्र की लहरें उठीं , इसलिए भूकंप के बाद जारी की गई चेतवनी को ढाई घंटे बाद वापस ले लिया गया है। स्थानीय समय के अनुसार भूकंप के झटके रात 10.22 मिनट पर महसूस किए गए।
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने पत्रकारों को बताया कि सरकार क्षेत्र में राहत कार्य करने के लिए अलर्ट पर है। साथ ही नागरिकों को चौकस रहने की सलाह दी ।
आपदा प्रबंधन विभाग ने एक बयान जारी कर कहा है कि निगाटा में एक 30 वर्षीय व्यक्ति के गिर जाने से उसकी हड्डी टूट गई, जबकि एक 60 वर्षीया महिला वीलचेयर से गिर गई। उन्हें हल्की चोटें आई हैं। साथ ही दो अन्य लोग भी घायल हुए हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग की अधिकारी यूसूके निजेकी ने बताया कि यामागाटा में 12 लोग घायल हुए हैं। भूकंप के झटके कम आबादी वाले क्षेत्र में महसूस किए गए इसलिए नुकसान का पता लगाना आसान नहीं है।
राष्ट्रीय प्रसारक एनएचके ने कहा कि सावधानी बरतते हुए बुलेट ट्रेन की सेवा निलंबित कर दी गई थी जिसे बुधवार को फिर से बहाल कर दी गई है। कई घरों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी जो अब सामान्य हो गई है।
इमरजेंसी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सरकारी प्रवक्ता योशिहीदे सूगा ने बताया कि इलाके में दोबारा भूकंप के तेज झटके आ सकते हैं, इसलिए प्रभावित क्षेत्र के नागरिकों को सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि भूकंप से परमाणु ऊर्जा संयंत्र को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
उल्लेखनीय है कि जापान ‘ पैसेफिक रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है। यहां अक्सर भूकंप आते हैं और ज्वालामुखी फटते रहते हैं। पिछले साल सितम्बर में शक्तिशाली भूकंप आने से उत्तरी जापान में कई स्थानों पर भूस्ख्लन हो गया था और 44 लोगों की मौत हो गई थी।