डर व लालच से नीतीश नहीं कर रहे एनआरसी व एनपीआर का विरोध : तेजस्वी
कांग्रेस के भोज में शामिल हुए तेजस्वी, कहा, बेरोजगारी पर बने मानव श्रृंखला
पटना । कांग्रेस के दही-चूड़ा भोज में बुधवार को शामिल हुए बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डर और सत्ता के लालच में खुले तौर पर न एनआरसी व सीएए का विरोध कर रहे हैं और न कश्मीर से धारा 370 हटाने का ही विरोध किया जबकि वे काफी पहले से कहते आ रहे थे कि किसी भी सूरत में वे एनआरसी और धारा 370 का समर्थन नहीं करेंगे।
सदाकत आश्रम में आयोजित भोज में तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार एनपीआर पर भी कुछ भी खुलकर नहीं बोल रहे हैं जबकि एनआरसी लागू होने की पहली प्रक्रिया है एनपीआर से ही शुरू होती है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार देश के ऐसे राजनेता हैं जो अपनी ही पार्टी का संविधान नहीं मानते। पहले उन्हें अपनी पार्टी का संविधान देखना चाहिए। नीतीश कुमार ने शुरू में कहा था कि हम एनआरसी, ट्रिपल तलाक और धारा 370 जैसे मुद्दों पर भाजपा का साथ नहीं देंगे, लेकिन उन्होंने इन सभी मुद्दों पर भाजपा के साथ समझौता कर लिया। मानव श्रृंखला के सम्बन्ध में तेजस्वी ने कहा कि अगर मानव श्रृंखला ही बनानी थी तो बेरोजगारी की समस्या पर बनानी चाहिए थी । विगत रविवार को सिपाही बहाली की परीक्षा में हम बिहार में बेरोजगारी की समस्या देख चुके हैं जब इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले युवक भी सिपाही बहाली की परीक्षा में शामिल हो रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें आज लालू जी कमी खल रही है। वे होते तो बात ही कुछ और होती। हालांकि उन्होनें दही-चूड़ा खाते हुए इस बात के भी संकेत दिए कि उनके महागठबंधन में कोई गांठ नहीं है। तेजस्वी ने मकर संक्रांति के बहाने महागठबंधन के नेताओं की एकजुट होने की कामना की।