पर्याप्त आक्सीजन के मामले में हरियाणा देश का पहला राज्य बनेगा’’:अनिल विज

पंचकूला – हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि ‘‘वे चाहते हैं कि हरियाणा आक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनें और वे विश्वास रखते हैं कि पर्याप्त आक्सीजन के मामले में हरियाणा देश का पहला राज्य बनेगा’’। उन्होंने कहा कि ‘‘वे यह भी चाहते हैं कि हर जिले में वर्किंग आईसीयू भी हो, जिनमें पर्याप्त उपकरण भी होने चाहिए क्योंकि हमारे लिए हर व्यक्ति की जान कीमती है ताकि सुविधाओं के कमी के कारण किसी भी व्यक्ति की जान न जाएं’’। विज आज पंचकूला में स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के मुख्यालय में कोविड वारियर्स की याद में तैयार की गई ‘वॉल आफ मेमारी’ के अनावरण अवसर पर उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे।  विज ने कहा कि कोविड संक्रमण के दौरान पुलिस विभाग के भी 37 लोगों का बलिदान हुआ है और इसी प्रकार शहरी स्थानीय निकाय विभाग के 9 लोगों ने भी कोविड के दौरान अपना दायित्व निभाते हुए जान गंवाई है। विज ने कहा कि ‘‘वे चाहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाई ‘वॉल आफ मेमोरी’ की तर्ज पर पुलिस विभाग व शहरी स्थानीय विभाग में भी ऐसे वॉल बनें ताकि इन लोगों को याद रखा जा सकें’’। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि कोविड की तीसरी लहर आएगी, लेकिन पिछले डेढ महीने में 20 से कम नए मरीजों की संख्या रह रही है जोकि दूसरी लहर के दौरान 15 हजार से ऊपर चली गई थी तथा यह कहा जा सकता है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन यह बीमारी अभी खत्म नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इस बीमारी की यदि कोई लहर आती है तो हमने पूरी तैयारी कर रखी है। और दूसरी लहर के दौरान आक्सीजन का संकट आया था लेकिन हमने दिनरात मेहनत करके जरूरतमंद लोगों को आक्सीजन देने का काम किया। इसके अलावा, राज्य के सभी 50 बिस्तर से अधिक के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को निर्देश दिए गए कि वे अपने यहां पर पीएसए आक्सीजन प्लांट लगाएंगें अन्यथा ऐसे अस्पतालों के विरूद्ध कडी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में 60 पीएसए आक्सीजन प्लांट लगाए जा चुके है और बाकी प्लांटों का टेंडर लगाया गया है। उन्होंने कहा कि कोविड से बचाव के लिए वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से जारी है और अब तक लगभग 2.69 करोड लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है ओर अब तक हरियाणा में 89 प्रतिशत पात्र लोगों को पहली डोज व 43 प्रतिशत पात्र लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है।  

उन्होंने बताया कि ऐसे 11 जिलों में मेमोरी वॉल बनाई गई है ताकि आने वाली पीढियां इन्हें याद रखकर अपने जीवन में आगे बढें।  विज ने कहा कि ऐसा सैकडों वर्षों में एक बार होता है जब इस तरह की स्थितियां आती हैं और ऐसी विकट परिस्थितियों के संबंध में क्या-क्या पग उठाए गए, इसका इतिहास बन जाता है। इसलिए मैडीकल शिक्षा विभाग व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिए हैं कि वे कोविड के दौरान की परिस्थिियों के संबंध में इतिहास लिखने का कार्य करें ओर इसके कार्य हेतू एक कमेटी का भी गठन किया गया है ताकि यह आने वाली पीढियों को पता लग सकें कि किस प्रकार से कंटेनमेंट जोन बनाए गए, आईसोलेशन वार्ड बनाए गए, लैब को स्थापित किया गया, डाक्टरों को पीपीई कीट में किस प्रकार से काम करना पडा इत्यादि की जानकारी मिल सके।उन्होंने कहा कि कोविड की विकट परिस्थिति के दौरान हमने सभी अस्पतालों, कालेजों में सुविधाएं बढाने का काम किया है ओर बिस्तरों को बढाने का काम किया। इस दौरान डाक्टर भर्ती किए गए, पढाई कर रहे डाक्टरों को भी डयूटी पर लगाया गया ताकि लोगों की जानें बचाई जा सकें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आहवान पर देश में लॉकडाउन लगाया गया और इस खतरे के माहौल के बावजूद भी हमारे हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग के लोगों ने निर्भिक होकर इस दुश्मन से मानव जाति को बचाने के लिए आनी कमर कसी और लोगों की दिनरात सेवा की। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोडा व स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की महानिदेशक डॉ वीना सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के 56 उत्कृष्ठ कर्मियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया।  विज ने इस मौके पर कोविड वारियर्स कॉफी टेबल बुक का भी अनावरण किया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने विभिन्न 11 जिलों में बनाई गई वॉल आफ मेमोरी का माउस का बटन दबाकर अनावरण किया। 

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