प्रतिनिधिसभा ने दी ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रक्रिया पर मतदान की मंजूरी

वाशिंगटन । कार्यकाल के अंतिम चरण में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है। प्रतिनिधिसभा ने उनके खिलाफ महाभियोग प्रक्रिया पर गुरुवार को मतदान की मंजूरी दे दी है।

रिपोर्ट के मुताबिक, प्रस्ताव के पक्ष में 232 और विरोध में 196 मत पड़े। विदित हो कि प्रतिनिधिसभा में डेमोक्रेट्स का बहुमत है, जबकि सीनेट में रिपब्लिकन बहुमत में हैं, इसलिए महाभियोग प्रस्ताव को अमलीजामा पहनाना आसान नहीं है। सीनेट में अगर ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव गिर जाता है तो वह बच जाएंगे, लेकिन जांच और सदन बहस के दौरान उनकी फजीहत जरूर होगी।

प्रतिनिधासभा में गुरुवार के घटनाक्रम पर ट्रंप ने ट्वीट कर विपक्षी पार्टीयों पर निशाना साधा है। दरअसल,प्रतिनिधि सभा राष्ट्रपति  ट्रंप के खिलाफआरोपों की जांच कर रही है। आरोप है कि उन्होंने राजनीतिक लाभ के लिए यूक्रेन से मदद मांगी थी जिसमें डेमोक्रेट नेता और पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन और उनके बेटे के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच शुरू करने को कहा था। जो बिडेन के बेटे की कंपनी का यूक्रेन में काफी निवेश है।

वैसे भी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पलोसी और डोनाल्ड ट्रंप के मतभेद  जगजाहिर है। अगर महाभियोग प्रस्ताव प्रतिनिधिसभा में पारित भी हो जाता है, तब भी सीनेट यह पास नहीं हो पाएगा. क्योंकि सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के पास बहुमत से ज्यादा आंकड़ा है, जो डोनाल्ड ट्रंप की ही पार्टी है।उल्लेखनीय है कि प्रतिनिधिसभा में मतदान के दौरान दो डेमोक्रेट्स सदस्यों ने प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया। रिपब्लिकन सदस्यों पर प्रस्ताव गिराने का भारी दबाव था, इसलिए उन लोगों ने एकमत होकर महाभियोग जांच के प्रस्ताव का विरोध किया था।

प्रतिनिधिसभा में मतदान के तुरंत बाद व्हाइट हाउस ने इस प्रक्रिया की निंदा की और कहा गया कि यह राष्ट्रपति को बर्बाद करने की एकतरफा कोशिश है। हालांकि प्रतिनिधिसभा में महाभियोग जांच प्रस्ताव के पारित होने के बाद यह साफ हो गया है कि डेमोक्रेट्रस राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ पूरी तरह से  महाभियोग का अभियोग चलाएंगे। बहरहाल, अब राट्रपति ट्रंप और उनकी कानूनी टीम पर निर्भर करता है कि वह अपना बचाव कैसे करते हैं।

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