बैंकों में रुपये की तरह वोट ट्रांसफर करना चाहता है महामिलावटी गठबंधन-मोदी

बस्ती । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि सपा-बसपा महामिलावटी गठबन्धन है। इन पार्टी के नेता बैंकों में जैसे रुपये ट्रांसफर होता है, वैसे वोट ट्रांसफर करना चाहते हैं। इंसान और रुपये में बहुत बड़ा फर्क होता है।। जनता गरीब हो सकती है बिकाऊ नहीं। जैसे रुपये एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर होते हैं, ये भी इंसान को उसी तरह तौलते हैं। 
पालीटेक्निक कॉलेज के मैदान में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ वोट काटने के लिए चुनाव लड़ रही है। वोट काटना, समाज तोड़ना, देश बांटना, कैबिनेट का अध्यादेश फाड़ना, यहीं कांग्रेस की पहचान बन गया है। कांग्रेस का कितना पतन हो गया है, यह इसका सबूत है। 
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की केन्द्र सरकार तथा सपा-बसपा की प्रदेश सरकारों में दिमागी जापानी बुखार इन्सेफेलाइटिस की बीमारी से पूरा उत्तर प्रदेश बेहाल था। तब हमारी सरकार ने टीकाकरण अभियान चलाया और शौचालय का निर्माण कराकर स्वच्छता पर विशेष जोर दिया। अब महिलाओं और बच्चों के स्वाथ्य की बेहतर ढ़ग से देखभाल की जा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन्होंने जो-जो झूठ गढ़े थे वह सारे हवा हो चुके हैं। इसलिए अब गाहे-बगाहे ये अपनी सच्चाई खुद स्वीकारने लगे हैं। उन्होंने महामिलावट का जिक्र करते हुए कहा कि मजबूरी और अवसरवाद की इस महामिलावट का पंजा, बहुत खतरनाक है। जब-जब ये महामिलावट पंजा सत्ता में आता है, देश को इसका नुकसान उठाना पड़ता है। हालांकि प्रधानमंत्री ने महामिलावट के पंजे का उल्लेख करते हुए कहा कि महामिलावट के इस पंजे के पांच भयानक खतरे हैं- पहला खतरा- भ्रष्टाचार, दूसरा खतरा अस्थिरता, तीसरा खतरा जातिवाद, चौथा खतरा – वंशवाद और पांचवा खतरा- कुशासन है। देश का प्रधानमंत्री बनने का होड़ लगी हुई है। जो दल दस पांच सीट पर चुनाव लड़ रहे है वह भी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। 
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में में देश का गौरव बढ़ा है। आंतकवाद को समाप्त करने के लिए निरंतर प्रयास किया गया। आंतकवादी जमीन पर हो पाताल में उन्हें अन्दर घुसकर मारा जायेगा। हिन्दुतान मजबूत हुआ और पाकिस्तान मजबूर हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सपा-बसपा के शासन काल मे गोरखपुर, अयोध्या, बनरास, रामपुर मे धमाका हुआ था उसे जनता भूली नहीं है। हमारे लिए राष्ट्र सेवा सबसे ऊपर है, हमारी सरकार ऐसे लक्ष्यों को लेकर चल रही है जिससे 2022 तक सबको पक्का घर मिल जायेगा। 
प्रधानमंत्री ने सवाल किया कि समाजवाद और लोहिया की बात करने वाले गरीबों-श्रमिकों की चिंता करनी चाहिए थी या नहीं और बहुजन हिताय एवं बाबा साहब की बात करने वालों को श्रमिकों की चिंता करनी चाहिए थी कि नहीं। गरीबी हटाओं का नारा देने वाली कांग्रेस ने भी श्रमिकों-गरीबों की चिंता नहीं की। सच्चाई तो यह है कि श्रमिकों-गरीबों को वोट बैक में बांट कर इन लोगों ने अपना और परिवार का फायदा किया है। 
प्रधानमंत्री ने कहा, कोई गरीब अपने बच्चे को गरीब नहीं देखना चाहता। गरीब आगे बढ़ना चाहता है, मजदूर आगे बढ़ना चाहता है। देश में पहली बार किसी सरकार ने गरीबों-श्रमिकों के बारे में सोचा है। प्रधानमंत्री ने जन धन योजना, श्रमिकों के लिए पेशन, प्रधानमंत्री बीमा योजना, आयुष्मान भारत योजना आदि का जिक्र किया और बताया कि डेढ़ दो साल के अंदर बीमा योजना के क्लेम के तहत 3500 करोड़ रुपये गरीबों के घर में पहुंच चुके हैं। 
प्रधानमंत्री ने कहा, मैंने गरीबों के दर्द को समझा है, उनकी जिंदगी को जिया है। इसी अनुभव के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा बहू एवं डाकियों का वेतन बढ़ाने का काम इस चौकीदार की सरकार ने किया है। हम नाता रिश्ता लेकर नहीं देश की सुरक्षा की नियत से काम कर रहे हैं। भाजपा ही देश को स्थिर और स्थाई, टिकाऊ सरकार दे सकती है। कांग्रेस और उसके महामिलावटी साथी ऐसी सरकार दे ही नहीं सकते जो स्थिर हो, टिकाऊ हो। 
इस चुनाव सभा को पार्टी के लोकसभा क्षेत्र बस्ती के उम्मीदवार हरीश द्विवेदी, डुमरियागंज से उम्मीदवार जगदम्बिका पाल, संतकबीरनगर से उम्मीदवार प्रवीन निषाद ने भी सम्बोधित किया 

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