भाकियू ने दिल्‍ली चंडीगढ़ हाईवे किया जाम

चंडीगढ़। भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) की चेतावनी के बाद धान की सरकारी खरीद शुरू नहीं होने पर किसान हाईवे पर आ गए। भाकियू ने दिल्‍ली चंडीगढ़ हाईवे जाम कर दिया ।इससे वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस ने उन्‍हें रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए थे। इसे तोड़ते हुए किसान हाईवे पर आ गए।
किसान शाहाबाद में जीटी रोड पर डटे रहे। जीटी रोड पर जाम जगाए बैठे किसानों ने खरीद शुरू न होने तक जीटी रोड पर ही जमे रहने का एलान कर दिया है। इससे जीटी रोड पर दोनों ओर वाहनों की कई किलोमीटर तक की लाइनें लग गई । किसानों के जीटी रोड से न हटने पर पुलिस ने वाहनों को डायवर्ट कर दिया । चंडीगढ़ अंबाला की ओर से आने वाले वाहनों को शाहा से लाडवा वाया इंद्री से करनाल भेजा गया। दिल्ली की ओर से चंडीगढ़ जाने वाले वाहनों को पिपली से लाडवा रोड की ओर डायवर्ट किया गया।
भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी के नेतृत्‍व में किसानों ने हाईवे जाम किया। चढ़ूनी ने कहा कि किसान शांति तरीके से प्रदर्शन करेंगे। अगर पुलिस लाठी चार्ज या आंसू गैस या वाटर कैनन का यूज करती है तो उसका जवाब नहीं देना है। वहीं उन्‍होंने ट्रैक्‍टर को जीटी रोड के ऊपर लाने को कहा।

जारी रहेगा रोड जाम

उन्‍होनें कहा कि तीन बार प्रशासन को समय दिया था। जब टाइम मांगा तब दिया गया। लेकिन समस्‍या का समाधान नहीं किया गया। अब सारी बैरिकेड्स तोड़ते हुए जीटी रोड केा जाम कर दिया गया | उन्‍होंने कहा कि अब जाम तब तक रहेगा जब तक सरकारी खरीद नहीं शुरू होगी। उन्‍होंने कहा कि सरकार के नुमाइंदों का स्‍वागत करते हैं। अगर वो बात करते हैं तो बात की जाएगी। लेकिन जब तक मांग नहीं मानी जाएगी हाईवे से नहीं हटा जाएगा। वहीं उन्‍होंने कहा कि कोई एंबुलेंस आए तुंरत हटना है और उसे निकालना है। वहीं पुलिस तैनात कर दी गई । साथ ही वाटर कैनन को भी बुला लिया गया |
वहीं, वीरवार को देर शाम डीसी शांतनु शर्मा ने अपने कार्यालय में भाकियू पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की, लेकिन खरीद शुरू न कर पाने पर सहमति नहीं बन पाई थी। इसके बाद भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि जीटी रोड जाम कर दिया जाएगा और इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रेस प्रवक्ता राकेश बैंस ने बताया कि सात जिलों के किसान अपनी-अपनी ट्रेक्टर-ट्राली के साथ शाहाबाद के उधम सिंह स्मारक में पहुंच जाएंगे और उसके बाद जीटी रोड जाम कर दिया जाएगा। किसानों ने आंशिक प्रदर्शन के बाद सरकार को पूरा समय दिया है लेकिन सरकार ने धान की खरीद शुरू करने में किसी तरह का सकारात्मक रवैया नहीं दिखाया है। इसलिए अब किसानों के प्रदर्शन व रोड जाम के लिए सरकार ही पूरी तरह से जिम्मेवार होगी। उन्होंने कहा कि खेत से 30 से 35 क्विंटल धान निकल रही है और पोर्टल पर 22 क्विंटल तक खरीद का नियम बना दिया है। ऐसे में किसान अपनी फसल को कहां लेकर जाएगा। उन्होंने कहा कि धान की खरीद शुरू न होने से किसानों का आर्थिक नुकसान हो रहा है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

किसानों को मनाने में लगा पुलिस प्रशासन

भाकियू की जीटी रोड जाम की चेतावनी को देखते हुए पुलिस प्रशासन की सांसें फूली हैं। इसके चलते वीरवार को पुलिस अधिकारी किसान नेताओं को मनाते नजर आए कि शायद बातचीत से हल निकल जाए और किसान रोड जाम करने के अपने निर्णय को टाल दें।

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