मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की नाक का सवाल बनी मंडी सीट
शिमला। हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के लिए नाक का सवाल बन गई है। जयराम ठाकुर खुद मंडी संसदीय क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं और गृह क्षेत्र होने के चलते भाजपा उम्मीदवार को जिताने का पूरा दारोमदार उनके कंधों पर है। इस सीट पर उनके भरोसेमंद और मौजूदा सांसद रामस्वरूप शर्मा चुनाव मैदान में हैं। लेकिन उनको यहां कांग्रेस उम्मीदवार आश्रय शर्मा से कड़ी टक्कर मिल रही है। आश्रय शर्मा पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस दिग्गज पंडित सुखराम के पौत्र हैं। पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए यहां भाजपा का पलड़ा भले ही भारी नज़र आता हो, लेकिन बदले समीकरणों के तहत इस बार रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है। अहम बात यह है कि राज्य की चारों सीटों में इस बार मंडी सीट में सबसे अधिक 73.39 फीसदी मतदान हुआ है। भाजपा और कांग्रेस के गढ़ों में भारी वोटिंग हुई।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सिराज में सर्वाधिक 81.53 फीसदी मतदान हुआ है। यहां पर 2014 के लोकसभा चुनाव में 65.70 फीसदी ही मतदान हुआ था। इसी तरह कांग्रेस दिग्गज पंडित सुखराम के विधानसभा हल्के मंडी में 77 फीसदी मतदान हुआ, जो कि पिछले आम चुनाव से 11 फीसदी ज्यादा है। हाट सीट बनी मंडी पर चुनाव प्रचार में भाजपा ने अपने स्टार प्रचारकों को उतारा। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस संसदीय क्षेत्र में रैली को संबोधित कर भाजपा के पक्ष में चुनावी माहौल बनाने की कोशिश की, तो सीएम जयराम ठाकुर ने अपने प्रचार का अधिक समय इसी सीट पर बिताया।
पिछले लोकसभा चुनाव में रामस्वरूप शर्मा ने कांग्रेस उम्मीदवार व पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को 36 हज़ार मतों से पराजित कर सबको चोंका दिया था। लेकिन उस वक्त भाजपा मोदी लहर पर सवार थी। भाजपा इस बार का चुनाव यहां मोदी और सीएम जयराम ठाकुर के चहरे पर लड़ रही है। भाजपा उम्मीदवार रामस्वरूप का कहना है कि सांसद रहते उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास को बहुत काम किया है। उनका दावा है कि नरेंद्र मोदी की लहर है और राज्य की जनता भाजपा को फिर केंद्र की सत्ता पर देखना चाहती है। दूसरी ओर कांग्रेस उम्मीदवार आश्रय शर्मा भी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। उनके मुताबिक क्षेत्र की जनता खासकर युवा वर्ग भाजपा की नीतियों से तंग है और बदलाव चाहता है।