मुख्यमंत्री द्वारा अमित शाह के साथ मुलाकात, बासमती पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की मांग

गेहूँ की उपज घटने के कारण किसानों को हुए नुकसान की भरपायी के लिए प्रति क्विंटल 500 रुपए मुआवज़े की माँग रखी

भाखड़ा ब्यास प्रशासनिक बोर्ड में पंजाब का प्रतिनिधित्व घटाने का मुद्दा उठाया

ड्रोन के द्वारा सरहद पार से होती तस्करी रोकने के लिए एंटी ड्रोन तकनीक की माँग की

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब को अर्धसैनिक बलों की 10 और कंपनियां दीं

नईं दिल्ली/चण्डीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बासमती की खरीद करने के लिए नोटीफिकेशन जारी करने पर ज़ोर डाला।मुख्यमंत्री ने अमित शाह को बताया कि किसानों को गेहूँ-धान के फ़सली चक्र में से निकालना समय की ज़रूरत है। भगवंत मान ने कहा कि इस कदम से राज्य में बहुमूल्य कुदरती स्रोत -पानी को बचाने में बहुत मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इससे राज्य में फ़सलीय विभिन्नता को भी बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने राज्य में गेहूँ की उपज कम निकलने के एवज़ में किसानों को प्रति क्विंटल 500 रुपए मुआवज़ा देने की भी माँग की है। उन्होंने कहा कि गर्मी के इस सीजन के दौरान तपिश बढ़ने से पंजाब में गेहूँ के दानों को नुकसान पहुँचा है और इसलिए किसानों को कम उपज के लिए 500 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से मुआवज़ा देकर इस भरपायी की जाये। भगवंत मान ने कहा कि राज्य के मेहनती किसानों ने हमारे देश को अनाज उत्पादन में आत्म-निर्भर बनाने में बड़ा योगदान डाला है और अब केंद्र सरकार को इस संकट की घड़ी में उनको बाहर निकालना चाहिए। एक अन्य मुद्दा उठाते हुये मुख्यमंत्री ने अमित शाह को भाखड़ा ब्यास प्रशासनिक बोर्ड (बी.बी.एम.बी.) में से पंजाब का प्रतिनिधित्व ख़त्म करने से सम्बन्धित हुक्म रद्द करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि यह पक्षपाती कदम है जिसने हर पंजाबी की मानसिकता को ठेस पहुंचायी है। भगवंत मान ने कहा कि केंद्र सरकार को राज्य के संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाने वाले इस प्रतिगामी(प्रगति रोधक)कदम को वापस लेना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने अमित शाह को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बासमती की खरीद के लिए नोटीफिकेशन जारी करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि किसानों को गेहूँ-धान के चक्र में से निकालना समय की ज़रूरत है, जिसके लिए बासमती को उत्साहित करना ज़रूरी है। भगवंत मान ने कहा कि इससे राज्य में पानी के रूप में कीमती स्रोत को बचाने में मदद मिलेगी। राज्य की अमन-शांति को भंग करने की बार-बार की जा रही कोशिशों पर चिंता ज़ाहिर करते हुये मुख्यमंत्री ने पंजाब में अर्धसैनिक बलों की 10 अतिरिक्त टुकड़ियों की माँग की। इसके जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री ने राज्य में अर्धसैनिक बलों की 10 और कंपनियाँ तुरंत अलाट की। भगवंत मान ने केंद्रीय गृह मंत्री का धन्यवाद करते हुये उनको भरोसा दिलाया कि देश की सुरक्षा और अखंडता की सुरक्षा के लिए पंजाब अहम भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री ने ड्रोन के द्वारा सरहद पार से बढ़ रही नशे और हथियारों की तस्करी पर भी गहरी चिंता ज़ाहिर की और अमित शाह को ऐसी कोशिशों को नाकाम करने के लिए राज्य को तुरंत एंटी ड्रोन तकनीक मुहैया करवाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा सबसे अधिक महत्वपूर्ण है जिसके लिए राजनीति से ऊपर उठ कर मिलजुल कर काम करना चाहिए। भगवंत मान ने कहा कि देश की सुरक्षा और प्रभुसत्ता की रक्षा के लिए सरहदों पर सुरक्षा और मज़बूत करनी होगी। मुख्यमंत्री ने अमित शाह को भरोसा दिलाया कि पंजाब सांप्रदायिक सदभावना, अमन-शांति और भाईचारक सांझ के मूल्यों को हर हाल में बरकरार रखेगा। उन्होंने कहा कि राज्य को सांप्रदायिक राह पर बाँटने के मंसूबे नाकाम किये जाएंगे और राज्य की अमन-शांति को हर कीमत पर कायम रखा जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब, हमेशा ही मुल्क की खड़गभुजा रहा है और राज्य इस शानदार परंपरा को कायम रखेगा।

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