वित्त सचिव के रवैये के खिलाफ बिजली कर्मियों ने किया प्रदर्शन, 22 से 24 फरवरी तक मुकम्मल हड़ताल का ऐलान
चंडीगढ़। यूटी पावरमैन यूनियन चण्डीगढ़ के आह्वान पर आज बिजली कर्मियों ने पीएसपीसीएल के पैर्टन पर यूटी के बिजली कर्मचारियों को संशोधित वेतनमान देने में देरी करने, र्क्लक, लाइनमैन व ड्राईवरों को जनवरी महिने का वेतन 17 फरवरी तक न देने तथा देने तथा जानबूझ कर कर्मचारियों की प्रमोशन रोकने के लिए वित्त सचिव के रवैये के खिलाफ आज बिजली के सभी दफ्तरों में कार्य बहिष्कार कर रोष रैलियां की व जत्था मार्च किया। अलग अलग दफ्तरों में काम छोड़कर की गई रोष रैलियों को यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह, महासचिव गोपाल दत्त जोशी, वरिष्ठ उप प्रधान अमरीक सिंह, गुरमीत सिंह, सुखविन्दर सिंह सिधू, स्वर्ण सिंह, पान सिंह, लखविन्दर सिंह, ललित सिंह, राजेन्द्र ठाकुर, तिलक राज, टेकराज, रेशम सिंह, रमेश कुमार, जीतू लाम्बा, रंजीत सिंह, मक्खन सिंह, कुलविन्दर सिंह, कर्मजीत सिंह, अमित ढ़िगरा, दर्शन सिंह आदि ने संबोधित करते हुए वित्त सचिव की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि बिजली कर्मचारी 1967 यूटी बनने से लेकर अभी तक बिजली बोर्ड पंजाब के वेतनमान ले रहे हैं लेकिन इस बार पूरे 3 महिने बीतने के बाद भी पीएसपीसीएल के आधार पर संशोधित वेतनमान नहीं दिये जा रहे हैं।
इस सम्बन्ध में यूनियन कई बार सम्बन्धित अधिकारियों को मिल चुकी है, लेकिन वित्त सचिव वेतनमान की फाईल पर बार बार ऑबजेक्शन लगा रहे हैं। वक्ताओं ने पूछा कि अगर पंजाब के वेतनमान उसी समय मिल सकते है तो बिजली कर्मचारियों के मामले में दोहरा मापदंड क्यों? इसी तरह कर्मचारियों इसी तरह कर्मचारियों की प्रमोशन बन्द कर दी गई है। कान्ट्रेक्ट कर्मचारियों को जनवरी का वेतन अभी तक नहीं मिला। प्रशासन रूटीन काम भी नहीं कर रहा सिर्फ व सिर्फ निजीकरण की प्रक्रिया तेज कर रहा है। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि अगर 18 फरवरी तक संशोधित वेतनमान की फाइल क्लीयर नहीं हुई तो सोमवार को प्रशासन का पुतला जलाया जायेगा। वक्ताओं ने सभी कर्मचारियों से 22-23-24 फरवरी की मुकम्मल हड़ताल करने की अपील की। वक्ताओं ने चण्डीगढ़ के सभी संगठनों से हड़ताल का समर्थन करने की अपील की।