कमलनाथ ने कहा, मध्यप्रदेश की उम्मीदों और विश्वास की हुई हार
कमलनाथ के इस्तीफे से भाजपा के लिए सरकार बनाने का रास्ता साफ
शिवराज सिंह चौहान को विधायक दल का नेता चुना गया
भोपाल । मध्य प्रदेश में पिछले कई दिनों से राजनीतिक घमासान का आखिरकार शुक्रवार को पटाक्षेप हो गया। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को फ्लोर टेस्ट से पहले राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। नई सरकार बनने तक कमलनाथ कार्यवाहक मुख्यमंत्री के पद पर बने रहेंगे। कमलनाथ के इस्तीफे के साथ ही भाजपा के लिए सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया है। सोमवार को भाजपा के मुख्यमंत्री शपथ ले सकते हैं। भाजपा विधायक दल ने शिवराज सिंह चौहान को अपना विधायक दल का नेता चुना है। पहले 15 विधायकों को मंत्रिमंडल में स्थान मिलने की संभावना है। उप-चुनाव के बाद शेष मंत्री पद भरे जाएंगे।
सत्ता हाथ से जाने के बाद कमलनाथ ने ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘आज मध्यप्रदेश की उम्मीदों और विश्वास की हार हुई है , लोभी और प्रलोभी जीत गए हैं। मध्यप्रदेश के आत्मसम्मान को हराकर कोई नहीं जीत सकता। मैं पूरी इच्छाशक्ति से मध्यप्रदेश के विकास के लिए काम करता रहूँगा।