झारखंड में चतरा से राजद प्रत्याशी सुभाष यादव व पार्टी प्रदेश अध्यक्ष आमने-सामने
रांची । झारखंड में राष्ट्रीय जनता दल में एकबार फिर विवाद पैदा हो गया है।
कोडरमा लोकसभा सीट पर विपक्षी गठबंधन से झाविमो उम्मीदवार बाबूलाल मरांडी के समर्थन को लेकर चतरा से राजद उम्मीदवार सुभाष यादव और राजद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा आमने- सामने आ गए हैं। जहां एक ओर सुभाष यादव ने बाबूलाल मरांडी को हराने के लिए सीपीआई (माले) को समर्थन दिया है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश राजद ने मरांडी के साथ पूरी मुस्तैदी के साथ खड़ा रहने की बात कही है ।चतरा लोकसभा चुनाव से पूर्व सुभाष यादव की हठधर्मिता के कारण ही प्रदेश राजद टूट का शिकार हुआ था और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी व पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह राजद छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। आपसी विवाद और खींचतान से राजद एकबार पुनः बिखराव की स्थिति में पहुंचता दिखाई दे रहा है।
उल्लेखनीय है कि कि चतरा लोकसभा चुनाव में महागठबंधन से अलग होकर राजद ने अपना प्रत्याशी दिया था। अब चतरा सीट पर अपनी स्थिति डांवाडोल देख राजद नेता सुभाष यादव इसके लिए पूरी तरह से झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी और कांग्रेस को दोषी मान रहे हैं। जेवीएम जिलाध्यक्ष तिलेश्वर राम की माने तो बौखलाहट के कारण सुभाष अनर्गल बयान दे रहे हैं। झारखंड की राजनीति में अपने आप को कद्दावर मानने की भूल करने वाले राजद नेता सुभाष यादव की जिद के कारण फिलहाल जो स्थिति बन रही है, उससे झारखंड में राजद की लालटेन की रोशनी के बुझने का खतरा पैदा हो गया है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा जहां राज्य में पार्टी को मजबूत करने में लगे हुए हैं वहीं सुभाष यादव राजद के लिए एक मुसीबत बनते जा रहे हैं।