तीन सीटों पर पांच विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर
शिमला। हिमाचल की चार में से तीन लोकसभा सीटों पर भाजपा और कांग्रेस ने अपने विधायकों को उम्मीदवार बनाकर चुनावी रण को रोचक बना दिया है। दोनों पार्टियों ने पांच विधायकों को मैदान में उतारा है। इनमें तीन विधायक पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। शिमला, कांगड़ा और हमीरपुर में जिन पांच विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर है, उनमें कांग्रेस के धनीराम शांडिल, पवन काजल, रामलाल ठाकुर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सुरेश कश्यप और किशन कपूर शामिल हैं।
भाजपा की गढ़ रही हमीरपुर सीट पर उम्मीदवार चयन को लेकर कांग्रेस में कई दिनों तक माथापच्ची रही। यहां से कांग्रेस ने नैनादेवी के विधायक रामलाल ठाकुर को उम्मीदवार घोषित किया है। रामलाल ने इससे पहले तीन बार हमीरपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं पर कभी जीत नसीब नहीं हुई। इस बार उनका मुकाबला भाजपा के मौजूदा सांसद अनराग ठाकुर से है।
मंडी का मन मंडी ही एकमात्र ऐसी सीट है, जहां पर दोनों पार्टियों ने विधायक कार्ड नहीं खेला। इस सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद रामस्वरूप फिर किस्मत आजमा रहे हैं। कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम के पौत्र आश्रय शर्मा को उतारा है। लोकसभा चुनाव के बाद शिमला और कांगड़ा जिलों में विधानसभा उपचुनाव तय है।