पंजाब पुलिस और बी. एस. एफ. ने सरहदी जिलों में रात को 10 घंटे लम्बा सांझा तलाशी अभियान चलाया

सात सरहदी जिलों में 2500 से अधिक पुलिस कर्मियों की तैनाती से लगाए 100 से अधिक नाके
अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य के सरहदी क्षेत्र में हो रही ड्रोन कार्यवाहियों पर नकेल डालना
डी. जी. पी. गौरव यादव ने बढ़ रहे सुरक्षा खतरे को रोकने के लिए पंजाब पुलिस और बी. एस. एफ. को आपसी तालमेल बढ़ाने की अपील
चंडीगढ़/ अमृतसर। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर राज्य के सरहदी जिलों में सुरक्षा को और मज़बूत करने के लिए पंजाब पुलिस ने सीमा सुरक्षा बल (बी. एस. एफ) के साथ गुरूवार और शुक्रवार की बीच का रात को सांझे आपरेशन के दौरान नाइट डॉमीनेशन/चैकिंग की और उसके बाद सरहदी गाँवों में तलाशी और घेराबन्दी की मुहिम चलाई गई।
पंजाब पुलिस के डायरैक्टर जनरल (डी. जी. पी.) गौरव यादव ने बताया कि पठानकोट, गुरदासपुर, बटाला, अमृतसर-ग्रामीण, तरन तारन, फ़िरोज़पुर और फाजिल्का समेत पंजाब के सभी सात सरहदी जिलों में आधी रात को लगभग 10 घंटे लम्बा तलाशी अभियान चलाया गया।
यह कार्यवाही ऐसे समय अमल में लाई गई है, जब पंजाब, जिसकी पाकिस्तान के साथ 553 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सरहद सांझी है, में ड्रोनों और अन्य साधनों के द्वारा नशीले पदार्थों (हेरोइन), हथियार/गोला-बारूद, विस्फोटक, ग्रनेड आदि की बड़ी खेप की आमद हो रही है। यहाँ से स्पष्ट होता है कि देश-विरोधी तत्वों की तरफ से सरहदी राज्य में शांति और सांप्रदायिक सदभावना को भंग करने की भद्दी कोशिशें की जा रही हैं।
ए. डी. जी. पी. (कानून और व्यवस्था) डॉ. नरेश अरोड़ा ने आई. जी. पी. बॉर्डर रेंज मोहनीश चावला और एस. एस. पी. अमृतसर ग्रामीण स्वप्न शर्मा के साथ अमृतसर ग्रामीण के विभिन्न गाँवों में अभियान का नेतृत्व किया, जबकि पंजाब पुलिस के अन्य सात सीनियर आई. जी./डी. आई. जी./ए. आई. जी. रैंक के अधिकारियों ने निजी तौर पर सात सरहदी ज़िलों में आपरेशन की निगरानी की और इन जिलों के एस. एस. पीज़ ने मार्गदर्शन किया।
इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुए डी. जी. पी. गौरव यादव ने बताया कि इस आपरेशन में सरहदी जिलों में लगभग 100 स्थानों पर रात भर नाके लगाए गए, जिसके बाद शक्की घरों और गाँवों की विशेष तलाशी और घेराबन्दी की गई। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित जिलों के सभी एस. एस. पीज़ ने इस ऑपरेशन के लिए अधिक से अधिक मुलाज़ीम लामबंद किये थे और इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए 60 गज़टिड अफ़सर और 2500 एन. जी. ओ/ईपीओज़ समेत 28 आर्म्ड पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया।
बी. एस. एफ. और पंजाब पुलिस के दरमियान पूरे तालमेल और टीम वर्क का न्योता देते हुए डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि अब समय है कि सरहद पार से आने वाले इस नये खतरे से मुकाबला करने के लिए दोनों सुरक्षा बलों को एक टीम के तौर पर काम करना चाहिए।

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