नई दिल्ली। लोकसभा में भाजपा सांसदों ने बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों के लिए प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग उठाई। शुक्रवार को भाजपा के रामकृपाल यादव, भारती पवार, एस.पी.बघेल, डी.डी.उइके के अलावा द्रमुक के एकेपी चिरांज ने यह मामला उठाते हुए कहा कि इससे किसान बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इसलिए उन्हें तत्काल मुआवजा दिया जाए।
शून्यकाल में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित हुए किसानों का मुद्दा उठाते हुए रामकृपाल यादव ने कहा, ‘किसानों का बहुत भारी नुकसान हुआ है। उनकी आर्थिक स्थिति चरमरा गई है । मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि वह नुकसान के आकलन के लिए एक टीम बिहार भेजे और किसानों को मुआवजा दिया जाए।’ वहीं भाजपा की ही भारती पवार ने केंद्र से अपील की कि वह महाराष्ट्र सरकार को निर्देश दे कि किसानों के लिए बिजली के बिल जमा कराने की समय सीमा बढ़ाए क्योंकि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के साथ ही किसान कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं ।
भाजपा के आगरा से सांसद एस.पी.बघेल ने उनके क्षेत्र में ओलावृष्टि से किसानों को हुए नुकसान का मुद्दा उठाते हुए भाजपा के एस.पी. बघेल ने कहा, ‘आलू की करीब 70 फीसदी फसल प्रभावित हुई है। उनके पास प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भी नहीं है। ऐसे में सरकार उन्हें लिए विशेष पैकेज घोषित करे।’ साथ ही, भाजपा के डीडी उइके ने भी यह मामला उठाया। इसके अलावा द्रमुक के एकेपी चिंराज ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण पोल्ट्री किसान बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि इसके कारण पोल्ट्री किसान अपने कर्ज नहीं चुका पा रहे हैं । उन्होंने कहा,‘पिछले एक माह में इन किसानों को 20,000 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है…। मैं सरकार से अपील करता हूं कि वह ऐलान करे कि चिकन और अंडे लोगों के लिए हानिकारक नहीं हैं ।’