सात मिशन के साथ हरियाणा के चुनावी रण में उतरी स्वराज इंडिया
योगेंद्र यादव ने जारी किया ईमान-पत्र
पढ़ाई, दवाई, उगाई, सिंचाई, सफाई, कमाई ओर बंटाई पर केंद्रित होगा चुनावी एजेंडा-नरेंद्र जग्गा
चंडीगढ़ । हरियाणा के चुनावी रण में उतरी स्वराज इंडिया ने प्रदेश के लिए रोडमैप पेश करते हुए कहा है कि सत्ता में आने पर सात मिशन लागू किए जाएंगे।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शनिवार को स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं एक्टिविस्ट योगेंद्र यादव ने कहा कि हरियाणा में इस समय 20 लाख बेरोजगार हैं। उन्हें रोजगार प्रदान करने और प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए 20 हजार करोड़ की आवश्यकता है। पार्टी का ईमान-पत्र जारी करते हुए योगेंद्र यादव ने बताया कि उनके द्वारा घोषणाएं करने की बजाए प्रदेश की जनता को यह बताया गया है कि उनकी आस्था किसमे है और समस्याओं के समाधान का रास्ता कैसे होगा।
उन्होंने बताया कि स्वराज इंडिया द्वारा सत्ता में आने पर पढ़ाई के लिए नर्सरी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मिशन आरंभ के तहत हर साल 1300 करोड़ रुपये खर्च करके 73 हजार रोजगार सृजित किए जाएंगे। मिशन कायाकल्प के तहत स्वास्थ्य सेवाओं के कायाकल्प पर 4300 करोड़ रुपये खर्च करके 50 हजार रोजगार पैदा किए जाएंगे। मिशन जन-जंगल के तहत 900 रुपये का बजट आरक्षित रखते हुए पांच लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है।
यादव ने बताया कि मिशन अन्नदाता के तहत किसानों पर फोकस किया जाएगा। प्रदेश में 5205 करोड़ रुपये की लागत से किसान कल्याण योजनाएं चलाकर किसानों का खेती से पलायन रोका जाएगा और हर साल 90 हजार किसानों के लिए सहायक धंधों का प्रबंध किया जाएगा।योगेंद्र यादव ने बताया कि स्वराज इंडिया ने अपने ईमान-पत्र में मिशन नगर स्वराज के तहत शहरों में बुनियादी ढांचा विकसित करने पर जोर दिया जाएगा। स्वराज इंडिया ने इस मिशन के लिए 2200 करोड़ रुपये का बजट आरक्षित रखते हुए एक लाख 20 हजार रोजगार पैदा करने की योजना बनाई है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और बेरोजगारी को समापत करने के लिए मिशन हर हाथ को काम शुरू किया जाएगा। इस मिशन के तहत 11 लाख 75 हजार रोजगार पैदा करने के लक्ष्य के साथ-साथ 6095 करोड़ रुपये का बजट आरक्षित रखा गया है।यादव ने कहा कि इन सभी मिशनों को सिरे चढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत है, जिसके लिए जमीन और माइनिंग में लगे काले धन पर अतिरिक्त टैक्स लगाकर पैसा जुटाया जाएगा। मिशन योगदान के तहत स्वराज इंडिया ने 20 हजार करोड़ रुपये का राजस्व जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। जिससे हरियाणा न केवल आर्थिक रूप से मजबूत होगा बल्कि 20 लाख रोजगार भी पैदा होंगे। इस अवसर पर स्वराज इंडिया में हरियाणा के अध्यक्ष राजीव गोदारा समेत पार्टी के कई नेता मौजूद थे।