हरियाणा : एनएमसीबी के विरोध में निजी चिकित्सक हड़ताल पर
हड़ताल को लेकर अस्पतालों के बाहर चस्पा किए नोटिस
चिकित्सकों ने नेशनल मेडिकल कमीशन बिल का किया विरोध
जींद । नेशनल मेडिकल कमीशन बिल (एनएमसीबी) के विरोध में सोमवार को जिलेभर के निजी चिकित्सक हड़ताल पर रहे। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर निजी चिकित्सक प्रधान डा. अजय गोयल के नेतृत्व में एकत्रित हुए और निजी बस से दिल्ली में आयोजित विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए रवाना हुए। निजी चिकित्सकों ने दिल्ली रवाना होने से पहले अपने-अपने अस्पतालों के बाहर आज ओपीडी बंद है, को लेकर नोटिस चस्पा किए। निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बंद रहने से मरीजों तथा तीमारदारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और उन्होंने जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पतालों की सेवाएं ली।
हड़ताली चिकित्सकों ने नेशनल मेडिकल कमीशन बिल का किया विरोध
नई दिल्ली रवाना होने से पहले आईएमए के जिला प्रधान डा. अजय गोयल तथा महासचिव डा. सुशील मंगला ने बताया कि भारत सरकार नेशनल मेडिकल कमीशन बिल ला रही है। जोकि जनविरोधी, गरीब विरोधी, आधुनिक मेडिकल शिक्षा विरोधी है। बिल के पास होने पर मेडिकल शिक्षा मंहगी हो जाएगी, शिक्षा का स्तर भी गिर जाएगा और गरीबों के लिए इलाज करवाना और महंगा हो जाएगा। प्राइवेट मेडिकल कॉलेज अपनी मर्जी से 50 प्रतिशत सीटों पर फीस निर्धारित कर सकेंगे।
नेशनल मेडिकल कमीशन में सरकार द्वारा नामित नुमाइंदें होंगे। इसके चलते कमीशन सरकार की कठपुतली होगा, जिससे मेडिकल छात्रों का भविष्य अधर में लटक जाएगा। बिल के तहत पोस्ट ग्रेजुशन के लिए उन्हें केवल एक ही मौका मिलेगा। गरीब व्यक्ति के लिए अपने बच्चों को चिकित्सक बनाना एक सपना बन जाएगा। इसके पीछे प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों द्वारा सीटों की सौदेबाजी करना शामिल है। इसीलिए निजी चिकित्सक इस बिल का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि नेशनल मेडिकल कमीशन बिल को रद्द किया जाए। चिकित्सकों को पूर्ण सुरक्षा मुहैया करवाई जाए।
चिकित्सकों के हड़ताल पर रहने से चिकित्सा सेवाएं हुई बाधित
निजी चिकित्सकों के हड़ताल पर रहने के चलते चिकित्सा सेवाएं बाधित हुईं। सुबह ही मरीज तथा उनके तामिरदार निजी अस्पतालों में पहुंचना शुरू हुए तो उन्हें हड़ताल को लेकर जानकारी दी गई। बाकायदा अस्पतालों के बाहर हड़ताल को लेकर नोटिस भी चस्पा किए गए, जिसमें लिखा गया कि डॉक्टरों के हड़ताल पर रहने के चलते आज ओपीडी नहीं होगी।
नागरिक अस्पतालों में बढ़ गई ओपीडी
निजी चिकित्सकों के हड़ताल पर रहने के चलते जिला के नागरिक अस्पतालों में ओपीडी बढ़ गई। सोमवार होने के चलते जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल में ओपीडी 700 तक रहती है, लेकिन सोमवार को यहां ओपीडी 900 पार तक पहुंची। जिसके चलते सरकारी अस्पतालों में भी पूरा दिन अफरा-तफरी का माहौल रहा। अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी होने के चलते पूरा दिन मरीज इधर-उधर भटकते रहे। अस्पतालों में पहले मरीज पर्ची के लिए लाइन में फिर चिकित्सकों के पास लाइन में और इसके बाद दवा के लिए लाइन में लगे रहे।