हथकरघा देश की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है: सेशन जज दीपक अग्रवाल
भिवानी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के चेयरमैन तथा जिला एवं सत्र न्यायाधीश दीपक अग्रवाल ने शुक्रवार को जिला न्यायालय में नेशनल हैंडलूम डे मनाने के लिए आयोजित हथकरघा कारीगरों की प्रदर्शनी का सभी न्यायिक अधिकारियों की उपस्थिति में शुभारंभ किया। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन हरियाणा के सहयोग से हथकरघा प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए सेशन जज दीपक अग्रवाल ने कहा कि हथकरघा देश की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है और देश में लोगों के लिए आजीविका का एक बड़ा स्रोत है। हथकरघा बुनकरों और संबद्ध कामगारों में 70 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं, यह महिला सशक्तिकरण की कुंजी के रूप में कार्य करता है। हथकरघा उद्योग प्राचीनकाल से ही हाथ के कारीगरों की आजीविका प्रदान करता आया है। इस प्रदर्शनी के मार्गदर्शक रहे प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम कपिल राठी ने बुनकरों और हैंडलूम क्षेत्रों से जुड़े सभी लोगों की मेहनत की भरपूर सराहना की। उन्होंने कहा कि हैंडलूम क्षेत्र से जुड़े लोग हमारी समृद्ध स्वदेशी विरासत संस्कृति में योगदान दे रहे हैं। हम सभी को हैंडलूम चीजों का प्रयोग करना चाहिए और बुनकरों के हाथों की गर्मी और दिलों से बनाई चीजों की मेहनत को महसूस भी करना चाहिए। इस अवसर पर कई न्यायिक अधिकारियों ने प्रदर्शनी में लगाई गई चीजों की खरीदारी करते हुए कहा कि नेशनल हैंडलूम डे के पीछे मुख्य उद्देश्य सिर्फ कारीगरों के आत्मविश्वास या आय को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि हैंडलूम उत्पादों को अधिक से अधिक मान्यता प्रदान करना है। इस अवसर पर प्रिंसिपल जज फैमिली कोर्ट अश्विनी कुमार, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश रजनी यादव, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश सोनिका, एडिशनल प्रिंसिपल जज फैमिली कोर्ट अश्विनी कुमार मेहता, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश कंवरपाल, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश विवेक नासिर, सिविल जज सीनियर डिविजन अमित गौतम, चीफ जुडिशल मैजिस्ट्रेट रीतू, एडिशनल सिविल जज सीनियर डिविजन राकेश कादयान, सिविल जज जूनियर डिविजन नेहा यादव, अविनाश यादव, अंशुमन और डॉ. ज्योति सहित कोर्ट स्टाफ मौजूद रहा।