आइटी पार्क से पंचकूला की एंट्री पर स्वागत गेट लगाया, अभी सौंदर्यीकरण का काम बाकी

पंचकूला। नगर निगम पंचकूला एरिया के सभी प्रवेश द्वारों पर स्वागत गेट्स का लगाने का काम शुरु हो गया है। चंडीगढ़ से पंचकूला की एंट्री मनसा देवी कंपलेक्स के पास स्वागत द्वार का स्ट्रक्चर खड़ा कर दिया गया। अभी इसका सौंदर्यीकरण का काम बाकी है। मंगलवार को ट्रैफिक डायवर्ट करके यह स्वागत द्वार देर रात तक खड़ा किया। मेयर कुलभूषण गोयल ने बताया कि चंडीगढ़ के आइटी पार्क की तरफ से पंचकूला में एंट्री पर भव्य वेलकम गेट बनाया जा रहा है। इस एंट्री गेट के बीच में बनने वाले पिलर में अशोक चक्र के साथ अशोक स्तंभ भी बना होगा। मेयर ने बताया कि शहर के साथ लगती पंजाब और हिमाचल की एंट्री पर लगने वाले एंट्री गेट का काम जल्द शुरू होगा। नगर निगम ने गेटों का डिजाइन फाइनल कर दिया गया है। हिमाचल की सीमा पर अमरावती एन्क्लेव के पास और पंजाब की एंट्री सेक्टर-12ए के पास एंट्री गेट लगाया जाएगा। इस दोनों गेटों के निर्माण पर लगभग एक करोड़ रुपये की लागत आएगी।
इससे पहले पंचकूला नगर निगम चंडीगढ़ से हाउसिग बोर्ड लाइट प्वाइंट की तरफ से पंचकूला में एंट्री और रेलवे स्टेशन की तरफ से सेक्टर-17 और 18 के डिवाइडिग रोड पर एंट्री में भी वेलकम गेट बनाए गए हैं। इनका भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा। शहर की ब्यूटीफिकेशन के लिए चल रहे प्रोजेक्ट के तहत ही दोनों एंट्री गेट के डिजाइन में बदलाव किया है। गेट का साइज बढ़ाने के साथ बढिय़ा एलईडी लाइट्स लगवाई जाएंगी। गेट के आसपास एरिया में रंग-बिरंगे फूलों के पौधे लगाकर ग्रीनरी बढ़ाई जाएगी। शहर की सभी एंट्री प्वाइंट्स पर बनेंगे वेलकम गेट निगम शहर की सभी एंट्रेंस पर एंट्री गेट बनवाएगा। रेलवे स्टेशन की तरफ से सेक्टर-17 और 18 की डिवाइडिग रोड पर बनाए गए एंट्री गेट पर करीब 23 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। चंडीगढ़, जीरकपुर, आर्मी एरिया के पास, नाडा साहिब के पास, गांव जलौली, रेलवे स्टेशन से पंचकूला की एंट्री पर यह स्वागत द्वार बनाए जाने हैं।
मेयर ने बताया कि पंचकूला में आने वाले लोगों को वेलकमिंग एक्सपीरियंस करवाने के लिए यह गेट बनवाए जा रहे हैं। शानदार डिजाइन तैयार किया गया है। बाहर से आने वाले लोगों को दूर से पता चल जाएगा कि वह पंचकूला में एंट्री कर रहे हैं। कुलभूषण गोयल ने लोगों से अपील की है कि वह भी शहर को साफ, सुंदर और हरा-भरा बनाने के लिये अपने सुझाव दें, ताकि सभी के सहयोग से पंचकूला को देश के सुंदर शहरों में प्रथम श्रेणी में ला सकें। कुलभूषण गोयल ने कहा कि नगर निगम में पूरी पारदर्शिता से काम किया जा रहा है। पंचकूला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्राइवेट पार्टनरशिप की बहुत अधिक जरूरत है और कई कंपनियां पीपीपी मोड पर काम करने के लिये आ रही हैं। कुलभूषण गोयल ने कहा कि पंचकूला में जो इंडस्ट्री लगाना चाहते हैं, बैंक्वेट हाल बनाना चाहते हैं, कॉलोनियां काटना चाहते हैं, उनके लिए सरकार द्वारा विशेष रियायतें दी जा रही हैं। अब ऐसा नहीं है कि कोई 100 एकड़ एरिया चाहिए। नगर निगम एरिया में कोई भी प्रोजेक्ट आता है, वह 5 से 10 एकड़ में भी लगाया जा सकता है, जैसे पहले मोहाली और जीरकपुर में लग रहे थे। कुलभूषण गोयल ने दावा किया कि यहां पर बाकी क्षेत्रों के मुकाबले जमीन की दरें भी कम है, पूरा क्षेत्र नगर निगम द्वारा डव्ल्प किया जाएगा। स्कूल, कॉलेज, अस्पताल चेंज ऑफ लैंड यूज (सीएलयू) देकर बनवाए जाएंगे, किसी को भी परेशानी नहीं आने दी जाएगी।

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